प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने सोमवार को आरोपी व्यवसायी अमनदीप सिंह ढल्ल की ओर से दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति (Delhi Excise Policy Case) मामले में कथित तौर पर रिश्वत लेने के आरोप में अपने दो अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज की। जांच एजेंसी ने इस साल मार्च में ढल को गिरफ्तार किया था।
ईडी के अनुरोध पर केंद्रीय जांच ब्यूरो ने दो आरोपी अधिकारियों, सहायक निदेशक पवन खत्री और अपर डिविजनल क्लर्क नितेश कोहर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। मामले में अन्य आरोपियों में एयर इंडिया के कर्मचारी दीपक सांगवान, गिरफ्तार व्यवसायी अमनदीप सिंह ढल्ल, गुरुग्राम निवासी बीरेंद्र पाल सिंह, एक चार्टर्ड अकाउंटेंट प्रवीण कुमार वत्स, क्लेरिजेस होटल के सीईओ विक्रमादित्य और कुछ अन्य अधिकारी शामिल हैं (ED)।
ED की शिकायत के अनुसार, उसे पता चला कि अमनदीप सिंह ढल्ल और बीरेंद्र पाल सिंह ने दिल्ली उत्पाद शुल्क नीति मामले में चल रही जांच में मदद की व्यवस्था करने के लिए दिसंबर 2022 और जनवरी 2023 के बीच प्रवीण वत्स को 5 करोड़ रुपये दिए थे।
ईडी को दिए अपने बयान में प्रवीण वत्स ने कहा कि दीपक सांगवान ने उन्हें कुछ पैसे के बदले अमनदीप ढल को गिरफ्तारी से बचाने की व्यवस्था करने में मदद करने का आश्वासन दिया था। सांगवान ने दिसंबर 2022 में वत्स को ईडी अधिकारी पवन खत्री से मिलवाया।
दीपक सांगवान के आश्वासन के आधार पर, प्रवीण वत्स ने दिसंबर 2022 से जनवरी 2023 तक 50 लाख रुपये की छह किस्तों में अमनदीप ढल से 3 करोड़ रुपये लिए। दीपक सांगवान ने बाद में वत्स को बताया कि अमनदीप सिंह ढल को आरोपियों की सूची से बाहर किया जा सकता है।