गाजा पट्टी में हमले रोककर अस्थायी युद्धविराम लागू करने को लेकर अमेरिका और इजरायल में तीखे मतभेद उभरकर सामने आ गए हैं। गुरुवार को व्हाइट हाउस ने कहा कि प्रतिदिन चार घंटे के लिए हमले रोकने पर सहमति बन गई है और इजरायली सेना इसे लागू करेगी। इस दौरान मानवीय सहायता का वितरण हो सकेगा और लोग सुरक्षित तरीके से मनचाहे स्थानों पर जा सकेंगे। इस बाबत अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन और इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच टेलीफोन वार्ता में सहमति बन गई है।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यालय की घोषणा के कुछ ही देर बाद इजरायली प्रधानमंत्री के कार्यालय ने ऐसी किसी सहमति से इनकार कर दिया। कहा, सभी बंधकों की वापसी होने तक गाजा में लड़ाई जारी रहेगी, वहां कोई युद्धविराम लागू नहीं होगा।
प्रधानमंत्री नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि आमजनों के उत्तरी गाजा से दक्षिणी हिस्से में जाने के लिए सोमवार से चार घंटे का समय निर्धारित था। बुधवार को करीब 50 हजार लोग सुरक्षित कारिडोर से दक्षिणी भाग में गए। लोगों की बड़ी संख्या देखते हुए गुरुवार को निकासी का समय छह घंटे कर दिया गया। लेकिन गाजा सिटी और गाजा पट्टी के अन्य हिस्सों में लड़ाई जारी रही।
इससे पहले व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता जान किर्बी ने कहा कि हमले रोककर लोगों को निकालने की व्यवस्था सोमवार से लागू है और इसे आगे भी जारी रखा जाएगा।
इजरायली अधिकारियों के मुताबिक, 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद गाजा में एक महीने से अधिक समय से लड़ाई जारी है, इसमें लगभग 1400 से अधिक लोग मारे गए। इनमें अधिकतर आम जन थे। वहीं 239 को बंधक बना लिए गए। वहीं, हमास द्वारा संचालित फलस्तीनी क्षेत्र में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि गाजा में हमास को नष्ट करने के लिए इजरायल के जवाबी सैन्य अभियान में 10,569 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर नागरिक भी शामिल हैं।