भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चंद्रयान-3 मिशन ने महत्वपूर्ण कदमों की दिशा में एक और सार्थक प्रगति दर्ज की है। इस मिशन के तहत चंद्रयान के लैंडर, विक्रम, ने दूसरी बार डिबूस्टिंग प्रक्रिया को सफलतापूर्वक पूरा किया है। इस स्थिति में, विक्रम चंद्रमा की सतह के और करीब पहुंच गया है और उसके चारों इंजन सही तरीके से काम कर रहे हैं। इसके बाद, अब विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग की प्रतीक्षा है।
Chandrayaan-3 Mission:
🇮🇳Chandrayaan-3 is set to land on the moon 🌖on August 23, 2023, around 18:04 Hrs. IST.
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यह उल्लिखनीय है कि पहले भारत ने वर्ष 2008 में चंद्रयान-1 और फिर 2019 में चंद्रयान-2 मिशन को अंजाम दिया था। दोनों ही मिशनों में सफलता नहीं मिली थी। इसके बाद, ISRO ने चंद्रयान-3 मिशन की तैयारी की, जिसमें चंद्रयान-2 में आई तकनीकी त्रुटियों को दूर करने का प्रयास किया गया। चंद्रयान-3 में भी लैंडर का नाम विक्रम और रोवर का नाम प्रज्ञान रखा गया है। रोवर प्रज्ञान एक रोबोट है जिसके छह पहिये हैं और जो लैंडर के अंदर होगा, उसके बाद वह सॉफ्ट लैंडिंग के बाद चंद्रमा की सतह पर बाहर आएगा।
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