IT Industry, तिरुवनंतपुरम, 25 फरवरी (वार्ता) : सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग से आर्टिफिशल इंटेलीजेन्स (एआई) की लहर से उत्पन्न नौकरियों के संभावित नुकसान से निपटने के लिए लिए उच्च दक्षता को बढ़ाने आह्वान किया गया है। केरल के टेक्नोपार्क में एआई पर आयोजित ‘नासाकॉम फाया -80’ के एक सौवें संस्करण को सम्बोधित करते हुये उद्योग के विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों ने कहा कि यदि केरल को एआई-संचालित उद्योग से लाभ लेना है तो कौशल प्रक्रियाओं में आमूल-चूल बदलाव की आवश्यकता है। केरल स्टार्टअप मिशन के सीईओ अनूप अंबिका ने शुक्रवार को कहा, “एआई का कार्यबल के मेकअप पर पर्याप्त प्रभाव पड़ना तय है। मानव संसाधन कर्मियों के लिए भी कौशल आवश्यकताएं विकसित होंगी।
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आगे बढ़ने के लिए,“ कोई व्यक्ति भर्ती में औसत दर्जे का नहीं हो सकता और इसका मूल मंत्र “निरंतर कुशलता और उच्च कुशलता होना चाहिए”। इस अवसर पर इवोल्व इंडिया 2023: प्रिपरिंग फॉर द अनप्रेडिक्टेबल (एआई) नामक कार्यक्रम के मुख्य आयोजक दीपू एस नाथ ने कहा, “ स्वचालन सिर्फ नौकरियों को पैदा या नष्ट नहीं करता है, यह उन्हें बदल देता है। जीवित रहने का एकमात्र तरीका रोजगारपरक बने रहना है,”। उन्होंने कहा, “टैलेंट फिल्टर को फिर से डिजाइन करने की तत्काल आवश्यकता है, जिसका उपयोग कंपनियां हायरिंग के दौरान करती हैं। साथ ही, हमें टैलेंट हंटिंग से टैलेंट फार्मिंग की ओर बढ़ना चाहिए, जहां छात्रों को रोजगार योग्य बनाने के लिए शुरूआती कौशल से लैस किया जाना चाहिए।
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