
राहुल गांधी ने पुंछ जिले में पाकिस्तानी गोलाबारी में माता-पिता खोने वाले 22 बच्चों की शिक्षा का खर्च उठाने की घोषणा की है ऑपरेशन सिंदूर के दौरान प्रभावित परिवारों को राहत देने और बच्चों की पढ़ाई को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से दी जा रही है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में पाकिस्तानी गोलाबारी में अपने माता-पिता या अभिभावकों को खो चुके 22 बच्चों की पढ़ाई का खर्च उठाएंगे। यह जानकारी प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा ने दी।
उन्होंने बताया कि 7 से 10 मई के बीच राजोरी और पुंछ में पाकिस्तानी गोलाबारी और ड्रोन हमलों में भारी तबाही हुई थी, जिसमें कई नागरिकों की जान गई और संपत्ति को नुकसान पहुंचा। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान हुई इस गोलाबारी में पुंछ जिले में ही 13 नागरिकों की मौत हुई थी।
राहुल गांधी ने हमले के बाद पुंछ का दौरा कर शोक संतप्त परिवारों से मुलाकात की थी। उन्होंने कर्रा से ऐसे स्कूली बच्चों की सूची तैयार करने को कहा था, जिन्होंने अपने माता-पिता में से किसी एक या दोनों को खो दिया है, खासकर वे जो परिवार के कमाने वाले थे।
कांग्रेस पार्टी ने पुंछ जिले से 22 ऐसे बच्चों की सूची तैयार की है। कर्रा ने बताया कि तीन दिवसीय दौरे के बाद और भी बच्चों को इस सहायता योजना में शामिल किया जा सकता है।
कांग्रेस नेता कर्रा मंगलवार को पुंछ पहुंचकर राहुल गांधी द्वारा भेजी गई आर्थिक सहायता इन बच्चों के परिजनों को सौंपेंगे ताकि उनकी शिक्षा प्रभावित न हो। उन्होंने कहा इस पहल का उद्देश्य इन बच्चों को सहारा देना है, जिससे उनकी पढ़ाई रुके नहीं।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ कांग्रेस के किसी तरह के मतभेद नहीं हैं, लेकिन पिछले नौ महीनों से गठबंधन की समन्वय समिति का गठन नहीं हुआ है, जिसका इंतजार किया जा रहा है।