Jal Jeevan Mission, जयपुर, 23 फरवरी (वार्ता) : जल जीवन मिशन में प्रतिदिन होने वाले जल कनेक्शनों (एफएचटीसी) की संख्या 20 फरवरी को बढ़कर 10 हजार 175 पर पहुंच गई। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुबोध अग्रवाल द्वारा आज ली गई विभाग की समीक्षा बैठक में ये आंकड़े सामने आए। बैठक में डॉ. अग्रवाल ने फील्ड अभियंताओं को जेजेएम में और गति बढ़ाते हुए तय लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि जेजेएम में फरवरी माह में अभी तक एक लाख 45 हजार 593 कनेक्शन हुए हैं। इस वित्तीय वर्ष में अभी तक छह हजार 618 करोड़ रूपए खर्च हो चुके हैं। फरवरी में लक्ष्य के मुकाबले उपलब्धि देखें तो झालावाड़ जिले ने सर्वाधिक 68 प्रतिशत जल कनेक्शन किए हैं, भीलवाड़ा 64 प्रतिशत के साथ दूसरे, चित्तौड़गढ़ 62 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है।
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वृहद परियोजना विंग की ओर से 10 श्रेष्ठ प्रगति वाली परियोजनाओं का विवरण प्रस्तुत किया गया। इनमें 142.21 करोड़ रूपए की बीसलपुर-दूदू पेयजल परियोजना, बूंदी जिले की 694.4 करोड़ रूपए की हिण्डोली-नैनवा जलापूर्ति परियोजना चम्बल भीलवाड़ा (फेज-1), पाली जिले के सोजत में 10 ग्राम पंचायतों के 34 गांवों को जलापूर्ति की 106.92 करोड़ की पेयजल परियोजना, राजसमंद जिले की 120.02 करोड़ रूपए की बाघेरी का नाका एवं चिकलवास पुनर्गठन पेयजल परियोजना, डूंगरपुर ब्लॉक में आसपुर-दोवड़ा के 151 गांवों की 97.35 करोड़ रूपए की पेयजल परियोजना, 108.58 करोड़ रूपए की भीलवाड़ा की क्लस्टर जलापूर्ति योजना रेट्रोफिटिंग पैकेज-5 (चम्बल-भीलवाड़ा, फेज-2), 53.82 करोड़ रूपए के बूंदी क्लस्टर रेट्रोफिटिंग कार्य (चम्बल-भीलवाड़ा), झालावाड़ जिले की 14.51 करोड़ रूपए की भीमनी जलापूर्ति (रेट्रोफिटिंग) परियोजना, 24.45 करोड़ रूपए की झालावाड़ जिले की रायपुर-पिरावा-चांवली परियोजना एवं 11.27 करोड़ रूपए की झालावाड़ जिले की माधवी जलापूर्ति परियोजना शामिल है।
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