Jalaun News, जालौन 21 मार्च (वार्ता) : उत्तर प्रदेश सरकार के निर्देशों की परवाह किये बगैर जालौन जिले में यमुना की रेती पर मौरंग भरे ओवरलोड ट्रकों का संचालन धड़ल्ले से जारी है। प्रदेश सरकार के साफ आदेश है कि कोई भी वाहन यदि ओवरलोड माल लादकर आता जाता दिखायी दे तो उस पर तत्काल कार्यवाही अमल में लायी जाये मगर लेकिन यह नियम खासतौर पर ओवरलोड मौरंग भरे वाहनों के लिये बेमानी हो जाती है। बड़ी संख्या में ओवरलोड वाहन बगैर किसी रोकटोक के गंतव्य स्थानों पर पहुंचने के लिये लोकेशन सरगनाओं की शरण में पहुंच जाते हैं जहां से उनके वाहन नंबर को लिखकर उनसे ओवरलोड मौरंग ले जाने के नाम पर कुछ सौ रुपये जमा करने होते हैं और यही उनका पास माना जाता है।
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हैरानी की बात तो यह है कि ऐसे लोकेशन सरगनाओं के तार सीमावर्ती कानपुर देहात ही नहीं बल्कि औरैया व इटावा जनपद के लोकेशन सरगनाओं से जुड़े रहते हैं। कई वाहन तो टोल प्लाजा से होकर गुजरते हैं तो वहां पर भी सेटिंग का फार्मूला काम कर जाता है जिससे ऐसे ओवरलोड वाहनों को धर्मकांटा से मुक्त रखा जाता है। यही कारण है कि जनपद में लोकेशन सरगनाओं का कथित धंधा कई करोड़ी हो गया है। सूत्रों की मानें तो जिले में लोकेशन सरगनाओं का धंधा लगभग डेढ़ दशक पहले शुरू हुआ था। उस दौरान जो लोग इस अवैध धंधे से जुड़े थे वह करोड़ों के स्वामी बन चुके हैं। अवैध कारोबार को चलाने में कोई अड़चन पैदा न हो। इसके लिये उन्होने अपने तार कानपुर देहात, औरैया व जनपद इटावा के लोकेशन गैंग से जोड़ रखे है। इस बारे में पुलिस अधीक्षक ईराज राजा ने कहा कि लोकेशन माफियाओं को किसी भी तरीके से बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस समय समय पर अभियान चलाती रहती है और इसी क्रम में एक बार फिर अभियान चलाया जायेगा और माफिया तत्वों को उनके असली ठिकाने पर पहुंचाया जायेगा।
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