आपकी जानकारी के लिए बता दें कि खबर यह है कि राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत (Mohan Bhagwat) नवरात्र के पहले दिन रविवार को जम्मू में बावे वाली माता के दर्शन किए। उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना कर राष्ट्र की खुशहाली एवं समृद्धि के लिए प्रार्थना की।
इसके साथ ही उन्होंने करीब 15 मिनट पूजा-अर्चना की। उसके बाद मंदिर प्रबंधन की ओर से विवेक शर्मा ने उन्हें माता की प्रतिमा भेंट की और उन्हें फिर से मंदिर आने का आग्रह किया।
इस पर मोहन भागवत ने कहा कि जरूर आने की कोशिश करेंगे। माता के दर्शन करने के बाद उन्होंने सभी को नवरात्र की शुभकामना दीं।
जानकारी के अनुसार बावे वाली माता (Bawe Wali Mata)जम्मू के अधिकतर लोगों की कुल देवी हैं। जम्मू वालों को जब भी कोई बड़ा कार्य करना होता है तो वह बावे वाली माता के मंदिर में जाकर ही प्रार्थना करते हैं।
जब श्री अमरनाथ भूमि आंदोलन (Amarnath land movement) हुआ था तो आंदोलन की शुरुआत बावे वाली माता के दरबार में माथा टेकने के बाद ही हुई थी। जम्मू के रहने वाले अधिकतर फौजी जब भी जम्मू आते हैं तो वह माता के मंदिर जाकर आशीर्वाद लेना नहीं भूलते।