अता दें कि जम्मू कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के लावपोरा इलाके के पास श्रीनगर-बारामुला राजमार्ग पर एक संदिग्ध वस्तु मिली है, जिसे सिलेंडर के अंदर भरा गया है। इसे आईईडी माना जा रहा है। इसके साथ ही सूचना मिलते ही पुलिस और सुरक्षा बलों की टीम मौके पर पहुंची। बम निरोधक दस्ते को भी बुलाया गया है। वहीं, सुरक्षा को देखते हुए यातायात को रोका गया है।
जानकारी के अनुसार जम्मू संभाग के जिला पुंछ और राजोरी के जंगलों में छिपे दहशतगर्दों की तलाश में सुरक्षाबलों का तलाशी अभियान जारी है। बुधवार को एक बार फिर राष्ट्रीय राइफल, सेना के पैरा कमांडो, सीआरपीएफ के कोबरा कमांडो और पुलिस की एसओजी ने जंगलों को खंगाला। ऑपरेशन में हेलिकॉप्टर और ड्रोन की मदद ली जा रही है।
सुरक्षाबल राजोरी के बुद्धल, थन्नामंडी, दरहाल, शाहदरा शरीफ, डीकेजी, भंगाई, मंजाकोट, कोटरंका के जंगलों में तलाशी अभियान चला रहे हैं। घने जंगलों में बनी गुफाओं में आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। इसलिए हेलिकॉप्टर और ड्रोन से भी तलाश की जा रही है। सूत्रों के अनुसार गुफाओं में आतंकी घात लगाकर बैठे होते हैं। ऐसे में जवान बड़ी सतर्कता से आगे बढ़ रहे हैं।
इसके साथ ही बता दें कि गत पांच मई को राजोरी के कोटरंका के केसरी हिल जंगली इलाके में गुफा में घात लगाए बैठे आतंकियों ने सेना के कमांडो पर गोलाबारी शुरू कर दी थी। हमले में 5 पैरा कमांडो शहीद हो गए थे। इसी तरह 22 नवंबर को कालाकोट के बाजीमाल में भी गुफा के अंदर घात लगाए बैठे आतंकियों ने गोलाबारी कर सेना के 2 कैप्टन समेत 5 जवानों को शहीद कर दिया था। इसके चलते गुफाओं में छिपकर बैठे आतंकियों का सफाया करने में सुरक्षाबलों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।