पश्चिम चंपारण के बगहा के नौ लोगों की मौत जम्मू कश्मीर के रामबन में हो गई। इस भीषण हादसे में परिवार के तीन दामाद, दो बेटे समेत नौ लोगों की मौत हुई है। घटना के बाद पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा है। परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने बताया कि सभी अपने घर की बच्चियों की शादी के लिए रुपये कमाने श्रीनगर निकले थे। जम्मू कश्मीर के रामबन के पास टैक्सी 300 फीट गहरी खाई में जा गिरी जिसमें मरने वालों में एक ही परिवार के तीन दामाद, दो बेटे और तीन बेटों के सगे साले के साथ मौसेरा भाई शामिल हैं। इसके अलावा एक शख्स जम्मू का ही रहने वाला था।
हादसे में इन लोगों की हुई मौत
बगहा पुलिस जिले के पिपरासी के भैसहिया गांव के दो भाई इंद्रजित बीन और अवधेश बीन, बाहरी स्थान मंझरिया के राजू बीन, सोहस सिसवा बाजार के संदीप बीन, बाहरी स्थान के हरि बीन, इनारबरावा भैरोगंज के विपिन मुखिया, बेलौरा रामनगर थाना के राजन मुखिया, सिरसिया निवासी नौरंगिया के रामविलास बीन और कैलाश नगर के राजकुमार के रूप में हुई है। मरने वालों में जम्मू के अंब घ्रोथा के बलवान सिंह (47) भी शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामबन में हुए पर दु:ख जताया। मृतकों के परिजन को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपए देने की घोषणा की।
18 साल की बेटी गूंजा और पत्नी बेहोश हो गई थी
मृत विपिन मुखिया की पत्नी इंदु देवी ने बताया कि उसने अपने छोटे भाई को फोन लगाया। लेकिन, घंटी जाने के बाद भी फोन नहीं उठा। शुक्रवार की दोपहर बाद इंदु के फोन पर उसके पति समेत अन्य लोगों की मौत की सूचना मिली। सूचना मिलते ही 18 साल की बेटी गूंजा और पत्नी बेहोश हो गई थी। उन्होंने बताया कि बीते बुधवार को सभी लोग घर से श्रीनगर काम करने निकले थे। गुरुवार की शाम पति से बात हुई तो उसने कहा कि खाना खाने जा रहा हूं। रात में श्रीनगर जाने के लिए टैक्सी बुक की है। सुबह श्रीनगर पहुंचकर फोन करूंगा। इंदू ने बताया कि वह सुबह होने का इंतजार करने लगी। सुबह होने के साथ ही जब फोन लगाई तो फोन नेटवर्क क्षेत्र से बाहर बता रहा था। इंदु ने बताया कि उसके पति के साथ दो बहनों के पति, उसके दो सगे भाई, एक मौसेरा भाई, उसकी बड़ी भाभी के तीन भाई साथ में कमाने गए थे। विपिन बेटी की शादी करने के लिए कमाने गया था। वहा 500 रुपए रोज नदी से बालू निकालने के लिए मिलती थी। गूंजा की शादी करनी है इसलिए रुपये इकट्ठा करने गए थे।
इंदु के जीजा मृतक राजकुमार के पांच बच्चे सहित पूरे परिवार के पालन पोषण की उस पर जिम्मेदारी थी। पत्नी प्रेम शिला देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। प्रेम शिला ने बताया कि राजकुमार परिवार का एकमात्र कमाने वाला था। उसकी मजदूरी से परिवार का पालन पोषण चल रहा था। बड़ी बेटी 14 साल की हो चुकी थी। उसकी शादी की भी अब चिंता राजकुमार के सिर पर थी। उसी बेटी की शादी के लिए पैसे की जुगाड़ करने कश्मीर जा रहा था। अवधेश बीन अपने पीछे दो बेटा और एक बेटी छोड़ गया। अभी इनमें से किसी की शादी नहीं हुई थी। पत्नी रिंकू देवी देवी ने रोते हुए कहा कि इन बच्चों की शादी के साथ परवरिश अब कौन करेगा। इधर, इंदु के सगे भाई अवधेश और इंद्रजीत बीन की भी मौत हो गई। इंद्रजीत भी अपने पीछे दो बेटे और चार बेटी को छोड़ गया। इसमें एक बेटे की मौत चार साल पहले हो गई थी।