बता दें कि जम्मू-कश्मीर व लद्दाख के एक लिए बार फिर से डॉ. गौतम मेंगी दोबारा प्रांत संघ चालक चुने गए हैं। उनका कार्यकाल तीन साल का होगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की दो दिवसीय समन्वय बैठक में उनका चुनाव किया गया। सर कार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल की देखरेख में चुनाव की प्रक्रिया पूरी की गई। बैठक के लिए लद्दाख, कश्मीर के साथ ही जम्मू के 36 आनुषांगिक संगठनों के 150 से अधिक प्रतिनिधि पहुंचे थे।
सूत्रों के अनुसार, शनिवार दोपहर बाद से शुरू हुई दो दिवसीय समन्वय बैठक में कुल छह सत्र हुए। इस बीच रविवार को दोपहर सवा एक बजे तक सत्र चला। इस दौरान सभी प्रतिनिधि संघ मुख्यालय केशव भवन में ही रहे। सूत्रों के अनुसार रविवार को चुनाव सत्र में चुनाव अधिकारी के रूप में पुरुषोत्तम दधीचि के नाम की घोषणा की गई। उन्होंने चुनाव की प्रक्रिया शूरू की। इस दौरान डॉ. मेगी के नाम का प्रस्ताव किया गया। साथ ही अनुमोदन के बाद सर्वसम्मति से उन्हें तीन साल के लिए दोबारा प्रांत संघ चालक के पद पर चुने जाने की घोषणा की गई। डॉ. मेगी ने अगले कुछ दिनों में नई कार्यकारिणी के गठन की घोषणा की।
इससे पहले डॉ. कृष्ण गोपाल ने बौद्धिक सत्र में कहा कि वर्तमान में समाज में जो नकारात्मक सोच बनाने की कोशिश की जा रही है, इसका सभी को मिल जुलकर काट खोजना होगा। हमें इस सोच को सकारात्मक बनाना होगा। इसमें सभी का योगदान जरूरी है। उन्होंने कहा कि नकारात्मक नैरेटिव को बदलने के लिए सभी जी जान से जुट जाएं।
सभी को यह पता चलना चाहिए भारत क्या है और हिंदुत्व के मायने क्या हैं। इसके लिए सभी को संकल्प लेते हुए अधिक से अधिक लोगों, गांवों तक पहुंचना होगा। उन्होंने कहा कि संघ शताब्दी वर्ष की ओर प्रवेश कर रहा है। इस वजह से यह हमारा दायित्व है कि तमाम नकारात्मक सोचों को बदलकर उन्हें राष्ट्र के विकास में सकारात्मक सोच के साथ शामिल करना।बैठक में शामिल होने वाले सभी प्रतिनिधियों के मोबाइल फोन बाहर ही रखवा लिए गए। किसी को भी मोबाइल फोन के साथ अंदर जाने की अनुमति नहीं दी गई। संघ के निर्देशों के अनुसार सभी कार्यकर्ताओं ने मोबाइल के स्विच ऑफ कर उन्हें बैठक स्थल से बाहर रख दिया। ज्ञात हो कि यह व्यवस्था पिछली बैठक से ही जारी है।