Jan Aushadhi Day, 07 मार्च (वार्ता)- पांचवें प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि दिवस के अवसर पर मंगलवार को राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम में केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने राजधानी में जन औषधि केन्द्र का संचालन करने वालों को राज्य स्तरीय पुस्कार से सम्मानित किया। गोयल और रिजिजू ने यहां शास्त्री भवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्य स्तर पर महिला केंद्र संचालिका के रुप में सबसे अधिक बिक्री करने के मामले में पूर्वी दिल्ली के पटपडगंज गांव में जन औषधि केन्द्र का संचालन करने वाली डायटिशिन संगीता राज को पुरस्कार से सम्मानित किया।
इस मौके पर गोयल ने कहा कि वर्ष 2014 से देश में जनऔषधि की मात्र 80 दुकानें थीं लेकिन पिछले साढे आठ वर्षाें में इसकी संख्या बढ़कर 9200 के करीब पहुंच गयी है और शीघ्र ही इसकी संख्या 10 हजार के पार हो जाएगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार आम जन को लाभ पहुंचाने वाली परियोजनायें चला रही है जिससे न सिर्फ गरीब और मध्यम वर्ग को लाभ हो रहा है बल्कि उनको बचत भी हो रही है।
Jan Aushadhi Day: जनऔषधि दिवस पर केन्द्र संचालक सम्मानित
उन्होंने कहा कि आयुष्मान भारत और जनऔषधि परियोजना से आम लोगों को बड़ी राहत पहुंची है। इसके साथ ही सरकार ने आवश्यक चिकित्सकीय उपरकणों की कीमतों को भी काफी कम कर दिया है जिससे घुटने बदलने की लागत भी अब काफी कम हो गयी है। रिजिजू ने कहा कि हवा पानी के बाद अब दवा भी अति महत्वपूर्ण हो गया है। गरीब आदमी बीमार होता है तो उसके पास पैसे नहीं होता है लेकिन जनऔषधि परियोजना ऐसे लोगों के लिए वरदान बन गया है।
वर्ष 2014 के बाद देश की परिस्थितियां बदली है और आज लोगों को जनऔषधि जैसी परियोजनाओं से लाभ हो रहा है। इसके साथ इस परियोजना के तहत 35 करोड़ से अधिक सैनिटपरी नैपकिन लोगों को उपलब्ध कराया गया है जो अपने आप में एक रिकाॅर्ड है।