NGO Terror Funding Case: अक्टूबर 2020 में दर्ज NGO टेरर फंडिंग मामले में चल रही व्यापक जांच के बीच, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने सोमवार को इस मामले से संबंधित पहली गिरफ्तारी श्रीनगर में की।
जानकारी के मुताबिक, आरोपी की पहचान खुर्रम परवेज के करीबी सहयोगी इरफान महराज के रूप में हुई है और वह उनके संगठन जम्मू एंड कश्मीर कोएलिशन ऑफ सिविल सोसाइटीज (JKCCS) के साथ काम कर रहा था।
इस बीच, जांच से पता चला कि JKCCS घाटी में आतंकी गतिविधियों को वित्तपोषित कर रहा था और मानवाधिकारों की सुरक्षा की आड़ में घाटी में अलगाववादी एजेंडे के प्रचार में भी शामिल था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में घाटी के कुछ एनजीओ, ट्रस्ट और सोसायटीज के आतंकवाद से जुड़ी गतिविधियों की फंडिंग में संलिप्तता की भी जांच की जा रही है।
NGO पर आतंकवाद से संबंध रखने का आरोप – NGO Terror Funding Case
कुछ NGO, दोनों पंजीकृत और गैर-पंजीकृत, सार्वजनिक स्वास्थ्य, शिक्षा आदि सहित दान और विभिन्न कल्याणकारी गतिविधियों की आड़ में घरेलू और विदेश में धन एकत्र करने के नोटिस में आए हैं।
जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर SIA की छापेमारी
18 मार्च को, जम्मू और कश्मीर पुलिस की राज्य जांच एजेंसी (SIA) ने 2016 में “राष्ट्र-विरोधी” विरोध प्रदर्शनों का सामना करने वाले मौलवी सर्जन बरकती द्वारा धन एकत्र करने से संबंधित एक मामले में आठ स्थानों पर छापे मारे।
इस साल की शुरुआत में, जम्मू और कश्मीर पुलिस के अपराध जांच विभाग (CID) की सहायक कंपनी SIA द्वारा बरकती के खिलाफ धन संग्रह के साथ-साथ उनके “राष्ट्र-विरोधी” भाषणों की जांच के लिए मामला दर्ज किया गया था।
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