जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बीच जेपी नड्डा का बयान, मीटिंग में ना जाने पर लग रहे थे कयास

मीटिंग में किरेन रिजिजू नहीं पहुंचे थे और जेपी नड्डा भी नहीं गए थे। कांग्रेस ने इन नेताओं के न जाने को उपराष्ट्रपति के इस्तीफे से जोड़ा था। अब जेपी नड्डा का बयान आया है। उनका कहना है कि मैं किसी महत्वपूर्ण संसदीय कार्य में व्यस्था था और मीटिंग में न जाने की जानकारी उपराष्ट्रपति कार्यालय को दी गई थी।

जगदीप धनखड़ के उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफे के बाद कयासों का दौर शुरू है। कांग्रेस ने दावा किया था कि शाम को कार्य मंत्रणा समिति की मीटिंग जगदीप धनखड़ ने बुलाई थी। इस मीटिंग में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू नहीं पहुंचे थे और जेपी नड्डा भी नहीं गए थे। कांग्रेस ने इन नेताओं के न जाने को उपराष्ट्रपति के इस्तीफे से जोड़ा था। अब इस मामले में जेपी नड्डा का बयान सामने आया है। उनका कहना है कि मैं किसी महत्वपूर्ण संसदीय कार्य में व्यस्था था और मीटिंग में न जाने की जानकारी उपराष्ट्रपति कार्यालय को दी गई थी। दरअसल कांग्रेस का दावा था कि दोपहर 1 बजे से शाम 4:30 बजे तक कुछ बड़ा हुआ था। शायद इसीलिए मीटिंग में जेपी नड्डा और किरेन रिजिजू नहीं आए थे।

जेपी नड्डा की ओर से राज्यसभा की कार्यवाही की उस क्लिप पर भी जवाब दिया गया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि सिर्फ हमारी बात ही रिकॉर्ड में जाएगी। इस पर उन्होंने कहा कि मेरी ओर से चेयर के लिए कुछ नहीं कहा गया था। मेरी बात तो विपक्षी सांसदों के लिए थी। उन्होंने कहा कि विपक्ष के सांसद शोर-शराबा कर रहे थे। उनको जवाब देते हुए ही मैंने कहा था कि आप लोगों का हल्ला रिकॉर्ड में नहीं जाएगा बल्कि सिर्फ मेरी बात ही जाएगी।

कपिल सिब्बल बोले- कयास लगाने का कोई मतलब नहीं है

इस बीच संसद भवन में राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में एक मीटिंग चल रही है। इस मीटिंग में जेपी नड्डा, अमित शाह, किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल समेत कई सीनियर मंत्री मौजूद हैं। इस मीटिंग में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद हैं। वहीं राज्यसभा के सांसद कपिल सिब्बल का कहना है कि इस मामले में हमें कोई कयास नहीं लगाना चाहिए।

कपिल सिब्बल बोले- कयास लगाने का कोई मतलब नहीं है

उन्होंने कहा कि सत्ता में बैठा कोई व्यक्ति यदि पद छोड़ रहा है तो कोई कारण ही होगा। कांग्रेस सांसद सुखदेव भगत का कहना है कि उपराष्ट्रपति के इस्तीफे की पटकथा शायद पहले ही लिखी गई होगी। राजनीति में कुछ भी अप्रत्याशित नहीं होता है। भले ही कोई चीज अचानक सामने आती है, लेकिन उसके बारे में स्क्रिप्ट पहले ही लिख ली जाती है। उन्होंने किरेन रिजिजू और जेपी नड्डा के मीटिंग में ना आने को लेकर भी सवाल उठाया।