नयी दिल्ली 21 फरवरी (वार्ता): उच्चतम न्यायालय के दूसरे सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति संजय कृष्ण कौल की मंगलवार को सर गंगा राम (एसजीआर) अस्पताल में पित्ताशय की सफल सर्जरी हुई और उन्हें एक-दो दिन में अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है।
एसजीआर अस्पताल के प्रबंधन बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. अजय स्वरूप ने यह जानकारी दी। चौंसठ वर्षीय न्यायमूर्ति संजय कृष्ण कौल को पेट में दर्द की शिकायत के बाद सोमवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। स्कैन के बाद पथरी की संख्या और आकार को देखते हुए सर्जरी की सलाह दी गई।
अस्पताल सूत्रों ने बताया कि सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और लिवर ट्रांसप्लांट विभाग के अध्यक्ष एवं प्रमुख डॉ सौमित्र रावत के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने लेप्रोस्कोप के माध्यम से सर्जरी प्रक्रिया पूरी की।
अस्पताल की ओर से जारी बयान के मुताबिक पित्त की पथरी एक ऐसी स्थिति है जहां पित्ताशय के अंदर कैल्सीफाइड पत्थर जैसी संरचनाएं बन जाती हैं, और कोलेसिस्टिटिस पित्ताशय में अचानक सूजन आ जाती है। दोनों स्थितियां बेहद दर्दनाक हो सकती हैं और कुछ मामलों में तो जान को खतरा भी हो सकता है।
न्यायमूर्ति कौल को मंगलवार सुबह करीब 8 बजे सर्जरी के लिए ऑपरेशन थियेटर में ले जाया गया। अस्पताल के एक सूत्र ने कहा, सर्जरी में एक घंटा लगा।”
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इस बीच मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ सोमवार को न्यायमूर्ति कौल का हाल जानने से लिए अस्पताल पहुंचे थे।