KABUL, 28 मार्च (वार्ता)- अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (UNAMA) ने मंगलवार को कहा कि अफगानी शासक तालिबान ने लड़कियों के शिक्षा अधिकार के लिए लड़ने वाले एक प्रमुख कार्यकर्ता को गिरफ्तार किया है। यूएनएएमए ने ट्वीटर पर कहा कि “पेनपाठ1 के प्रमुख और लड़कियों की शिक्षा की वकालत करने वाले वकील मतिउल्लाह वेसा को सोमवार को काबुल में गिरफ्तार किया गया। यूएनएएमए वहां के अधिकारियों से उनके ठिकाने, उनकी गिरफ्तारी के कारणों को स्पष्ट करने और उनकी पहुंच कानून एवं परिवार तक सुनिश्चित करने की मांग करता है।”
तालिबान 2021 में अफगानिस्तान की सत्ता में वापस लौटा है जिसके बाद उसने देश के सभी स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठनों से अपने यहां कार्यरत महिला कर्मचारियों को काम से निकालने का आदेश दिया। निजी और राज्य उच्च शिक्षण संस्थानों में महिला शिक्षा को निलंबित कर दिया गया और लड़कियों के लिए माध्यमिक शिक्षा पर प्रतिबंध लगा दिया गया। अफगान अधिकारियों के इस फैसले की कई अंतरराष्ट्रीय संगठनों और वैश्विक नेताओं द्वारा कड़ी आलोचना की गई।
KABUL: लड़कियों की शिक्षा की वकालत करने वाले को तालिबान ने किया गिरफ्तार
अगस्त 2022 में जारी यूनिसेफ की एक रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान में लड़कियों को माध्यमिक शिक्षा से वंचित करने के लिए प्रतिबंध लगाने के बाद से देश की अर्थव्यवस्था को कम से कम 50 करोड़ डॉलर का नुकसान हुआ है, जो देश के जीडीपी का 2.5 प्रतिशत है। रिपोर्ट के अनुसार, अगर 30 लाख लड़कियां अपनी शिक्षा पूरी कर लेती और कार्यबल के रूप में कार्य करने में सक्षम होतीं, तो वे अफगानिस्तान की अर्थव्यवस्था में कम से कम 5.4 अरब डॉलर का इजाफा करतीं।