Genome Data Center, 12 मार्च (वार्ता): केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन सोमवार को केरल जीनोम डेटा केन्द्र (केजीडीसी) और केरल डेवलपमेंट एंड इनोवेशन स्ट्रैटेजिक काउंसिल (के-डीआईएससी) द्वारा स्थापित माइक्रोबायोम केन्द्र ऑफ एक्सीलेंस का उद्घाटन करेंगे। यहां जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि आनुवंशिक डेटा का विश्लेषण करके, केरल जीनोम डेटा सेंटर स्वास्थ्य, कृषि और पशुपालन जैसे क्षेत्रों में एक बड़ी भूमिका निभाएगा।
विज्ञप्ति के अनुसार के-डिस्क के सदस्य सचिव डॉ. पी. वी. उन्नीकृष्णन ने बताया कि यह बड़ी मात्रा में आनुवंशिक डेटा को संग्रहीत करने और प्रबंधन की योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि यह स्वास्थ्य सेवा, दवा विकास, कृषि और पर्यावरण विज्ञान जैसे विभिन्न क्षेत्रों के परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करेगा।
उन्होंने कहा कि केंद्र, पौधों, जानवरों और सूक्ष्म जीवों के आनुवंशिक अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करते हुए जीनोमिक डेटा तक पहुंचने और साझा करने के लिए शोधकर्ताओं, स्वास्थ्य पेशेवरों और सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों के लिए एक केंद्र के रूप में काम करेगा। जीव, जल, पौधे और पर्यावरण जैसे क्षेत्रों में आधुनिक अनुसंधान का समर्थन करने के लिए जैव प्रौद्योगिकी के लिए राजीव गांधी केंद्र के सहयोग से माइक्रोबायोम केंद्र की स्थापना की जा रही है।
केंद्र राज्य की आवश्यकताओं को पूरा करने वाले उत्पादों को विकसित करने के लिए स्टार्ट-अप और उद्यमियों को सहायता भी प्रदान करेगा।