KHAWAJA, 09 मार्च (वार्ता)- ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने भारत के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी केे चौथे टेस्ट के पहले दिन गुरुवार को 104 रन की नाबाद पारी खेलने के बाद कहा कि वह हमेशा से भारत में शतक जड़ना चाहते थे और यह उनके लिये खास अनुभव है। ख्वाजा ने मैच के बाद कहा, “काफी सारी भावनाओं से भरा हुआ हूं। यह एक लंबा सफर रहा है। मैं इससे पहले दो बार भारत आ चुका हूं और आठ टेस्ट मैचों में मैदान पर ड्रिंक्स लेकर आया हूं। एक ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज के रूप में आप हमेशा भारत में शतक जड़ना चाहते हैं। यह बेहद खास है।”
ऑस्ट्रेलिया के लिये पारी की शुरुआत करने वाले ख्वाजा ने दिन का खेल खत्म होने तक 251 गेंद पर 15 चौकों के साथ 104 रन बना लिये। वह पिछले 12 साल में भारतीय सरजमीन पर टेस्ट शतक जड़ने वाले पहले वामहस्त ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज हैं। उनसे पहले मार्कस नॉर्थ ने ऑस्ट्रेलिया के 2010/11 भारत दौरे पर बेंगलुरु टेस्ट में शतक जड़ा था। इसके अलावा ख्वाजा पिछले छह साल में भारत में मेज़बान टीम के खिलाफ पूरा दिन बल्लेबाजी करने वाले पहले बल्लेबाज भी हैं।
KHAWAJA: भारत में शतक जड़ना हमेशा खास होता है
ख्वाजा से पहले श्रीलंकाई बल्लेबाज दिनेश चांदीमल ने 2017 दिल्ली टेस्ट के तीसरे दिन 25 रन से शुरुआत करते हुए 147 रन की अविजित पारी खेली थी। ख्वाजा ने अपनी पारी के बारे में कहा, “(ट्राविस) हेड ने शुरुआत में आक्रामकता दिखाई। उन्हें दूसरे छोर से देखना बहुत अच्छा था। पिच बहुत अच्छी थी और मैं आसानी से अपना विकेट गंवाना नहीं चाहता था। यह मेरे लिये एक मानसिक जंग थी। आपको लंबे समय तक ध्यान केंद्रित करना होता है।” ख्वाजा के शतक की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक चार विकेट के नुकसान पर 249 रन बना लिये। भारत में अपना पहला टेस्ट शतक जड़ने वाले ख्वाजा और कैमरन ग्रीन (49 नाबाद) के बीच 85 रन की अविजित साझेदारी हो चुकी है।