– कशिश राजपूत
घर में कोई भी शुभ काम हो तो किन्नरों को बुलाया जाता है | माना जाता है कि उनकी दुआ में वो असर होता है जो हर बिगड़ा काम बना दे | पर आम लोगों के लिए दुआ करते, उन्हें आशीर्वाद देते इन्हीं किन्नरों का अंतिम संस्कार रात में क्यों किया जाता है| यही नहीं, उनके शव को जूते-चप्पलों से पीटा भी जाता है |
किन्नरों से जुडी कुछ अनसुनी बातें-
1. ज्योतिष के अनुसार वीर्य की अधिकता से पुरुष (पुत्र) उतपन्न होता है। रक्त (रज) की अधिकता से स्त्री (कन्या) उतपन्न होती है। वीर्य और राज़ समान हो तो किन्नर संतान उतपन्न होती है।
2. महाभारत में जब पांडव एक वर्ष का अज्ञात वास काट रहे थे, तब अर्जुन एक वर्ष तक किन्नर वृहन्नला बनकर रहा था।
3. किन्नर की दुआएं किसी भी व्यक्ति के बुरे समय को दूर कर सकती हैं। धन लाभ चाहते है तो किसी किन्नर से एक सिक्का लेकर पर्स में रखे।
4. फिलहाल देश में किन्नरों की चार देवियां हैं।
5. किसी किन्नर की मृत्यु के बाद उसका अंतिम संस्कार बहुत ही गुप्त तरीके से किया जाता है।
6. अब देश में मौजूद पचास लाख से भी ज्यादा किन्नरों को तीसरे दर्जे में शामिल कर लिया गया है।
7. किन्नर अपने आराध्य देव अरावन से साल में एक बार विवाह करते है। हालांकि यह विवाह मात्र एक दिन के लिए होता है।
8. इनके शवों को दफनाया जाता है |
9. मृत किन्नर के शरीर को समुदाय के बाहर का व्यक्ति न देखे, ये प्रयास किया जाता है |
10. इनके अंतिम संस्कार के सभी रिवाज रात में ही पूरे किए जाते हैं |