– कशिश राजपूत
भारत में शायद ही ऐसे लोग होंगे जो छत्रपति शिवाजी महाराज को नहीं जानते होंगे। वह देश के वीर सपूतों में से एक थे, जिन्हें ‘मराठा गौरव’ भी कहते हैं और भारतीय गणराज्य के महानायक भी।
यह साल इस महान मराठा की 391वीं जयंती के रूप में मनाया जा रहा है। महाराष्ट्र सरकार ने तो इस दिन को राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।
महान योद्धा के रूप में जाने जाते हैं शिवाजी महाराज
शिवाजी महाराज को भारत के एक महान योद्धा और कुशल रणनीतिकार के रूप में भी जाना जाता है | बता दें कि शिवाजी ने गोरिल्ला वॉर की एक नई शैली विकसित की थी | शिवाजी महाराज ने अपने कार्यकाल में फारसी की जगह मराठी और संस्कृत को अधिक प्राथमिकता दी थी | उन्होंने कई सालों तक मुगल शासक औरंगजेब से लड़ाई लड़ी थी |
छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती का इतिहास-
छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती मनाने की शुरुआत साल 1870 में पुणे में महात्मा ज्योतिराव फुले ने की थी। ज्योतिराव फुले ने पुणे से करीब 100 KM दूर रायगढ़ में शिवाजी महाराज की समाधि की खोज की थी। बाद में स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक ने जयंती मनाने की परंपरा को आगे बढ़ाया। उनका वीरता और योगदान हमेशा लोगों को हिम्मत देता रहे, इसीलिए हर साल यह जयंती मनाई जाती है।