Dry Ginger: अदरक न केवल आपके भोजन के स्वाद और स्वाद को बेहतर बनाता है, बल्कि इसका उपयोग आयुर्वेद में पाचन विकारों, सर्दी और खांसी के इलाज के लिए भी किया जाता है। प्राचीन औषधीय पद्धति के अनुसार ताजी अदरक और सोंठ (Dry Ginger) में अलग-अलग गुण होते हैं। जबकि गुड़ के साथ ताजा अदरक पाचन अग्नि को उत्तेजित करता है और मल को ढीला करता है, वहीं सूखा अदरक गैस, सूजन और कब्ज में भी मदद करता है। ताजा अदरक खांसी, बुखार, उल्टी आदि का भी इलाज करता है। सोंठ अस्थमा और पुरानी सांस संबंधी बीमारियों में मदद कर सकती है। त्वचा रोग, रक्तस्राव विकार, एनीमिया, जलन आदि की स्थिति में ताजा अदरक के सेवन से बचना चाहिए।
जब कुछ विकारों के इलाज की बात आती है तो सोंठ ताजा अदरक से बेहतर क्यों है?
कब्ज के लिए बढ़िया (Dry Ginger)
सोंठ शोषक (ग्राही) होने के बावजूद हल्का रेचक है और कब्ज के लिए उत्तम है। अगर आपको सुबह मल त्यागने में दिक्कत होती है तो एक गिलास सोंठ का पानी पिएं।
नॉन ड्राइंग
सूखे अदरक में ‘स्निग्ध’ या न सूखने का गुण होता है। इसलिए यह दीर्घकालिक उपयोग के लिए अच्छा है। लेकिन ताजा अदरक सूख रहा है (रुक्खा) इसलिए कभी-कभार ही इस्तेमाल करें।
बलगम को कम करता है
सूखा अदरक कफ को कम करता है जबकि ताजा अदरक कफ को बढ़ाता है। इसलिए सूखे अदरक का पानी मौसमी फ्लू, सर्दी खांसी और ऊपरी श्वसन पथ के अधिकांश विकारों में बहुत अच्छा काम करता है।
सोंठ का सेवन कैसे करें
सोंठ का सेवन करने का सबसे आसान तरीका यह है कि 2 गिलास पानी में 1 इंच सोंठ का टुकड़ा डालकर उबालें, इसे 1 गिलास तक कम करें और पी लें।