– कशिश राजपूत
ओडिशा में इस महामारी के दौरान एक फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर (एएनएम) पीपीई किट पहने सड़कों पर भीख मांगता हुआ दिखाई दे रहा है | उस शख्स की पहचान अश्विनी पाढे के रूप में हुई है | हालांकि सरकार के काम से हटाए जाने के विरोध में एएनएम कार्यकर्ता इस तरह का प्रदर्शन कर रहे हैं |
बजट में पैसों की कमी के कारण ओडिशा सरकार ने 31 दिसंबर, 2020 को अनुबंध समाप्त होने के बाद किसी को भी फिर से काम पर नहीं रखने का फैसला किया |
इसके बाद एएनएम वर्कर्स अचानक बेरोजगार हो गए | यही वजह है कि काम की कमी के कारण अश्विनी पाढे नाम के शख्स को एक दुकान से दूसरी दुकान में जाकर भीख मांगते हुए देखा गया |
यदि सरकार स्थायी रोजगार नहीं दे सकती है, तो हमें राज्य में लगभग 8,000 पैरामेडिक्स की आजीविका की रक्षा करने के लिए इसे वापस करना होगा। अगर सरकार ने हमारी मांग पूरी नहीं की तो हम आने वाले दिनों में भीख मांगकर अपना विरोध तेज करेंगे।