चुनावों में अंगुलियों पर लगने वाली अमिट स्याही को अब मिटाना आसान नहीं होगा। बल्कि यह अंगुलियों पर लगने के पांच सेकेंड के भीतर ही अपनी छाप छोड़ देगी। इतना ही नहीं, अंगुलियों में इसे लगाने से पहले अब यह भी देखा जाएगा, कि मतदाता ने अपने हाथों में तेल या फिर चिकनाई वाली कोई चीज तो नहीं लगाई है। यदि ऐसा है तो पहले उनकी अंगुलियों को कपड़े से साफ किया जाएगा। फिर उसे लगाया जाएगा।
यही वजह है कि चुनाव के दौरान मतदान कर्मियों को दी जाने वाली चुनाव सामग्री की किट में अब हाथों को साफ करने के लिए एक कपड़ा भी मुहैया कराने के निर्देश दिए गए है। चुनाव आयोग ने यह पहल तब की है, जब चुनाव में गड़बड़ी करने वाले लोग पहचान को छुपाने और फिर से वोट डालने के लिए हाथों में लगने वाली अमिट स्याही को लगने के तुरंत बाद मतदान कर्मियों की आंख बचा कर मिटा देते थे। यह इसलिए भी हो जाता था, क्योंकि उनके हाथों में लगने वाली अमिट स्याही को अपनी छाप छोड़ने में थोड़ा वक्त लगता था।