2024 के लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा और नीत राजग के गठबंधन के खिलाफ भारतीय विपक्षी दलों के बीच ‘इंडिया’ गठबंधन में दरारें दिखाई दी हैं। कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने आगामी चुनाव के मद्देनजर सभी 7 सीटों पर उतरने का निर्णय लिया है, जिसके बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने इसके बारे में राय दी कि अगर कांग्रेस दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ेगी तो उनके लिए ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल होने का कोई मतलब नहीं होगा।
इसके परिणामस्वरूप, ‘आप’ की टॉप लीडरशिप का निर्णय बैठक में लिया जाएगा, जिसमें ‘इंडिया’ गठबंधन के सभी संगठनों के नेता शामिल होंगे।
आगामी लोकसभा चुनाव में पूर्व सांसद संदीप दीक्षित और कुछ अन्य नेता आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ गठबंधन के खिलाफ थे। हालांकि, पार्टी के अधिकांश नेता का यह मानना था कि पार्टी नेतृत्व का फैसला सभी को स्वीकार्य होगा।
इस दरार के साथ ही, भाजपा ने भी इस ताक पर कविता कही है कि कांग्रेस द्वारा दिल्ली में सभी सीटों पर उतरने का निर्णय लेने से मतलब की यारी में दरार आने की संभावना है।
हाल के मानसून सत्र में, कांग्रेस ने दिल्ली की सभी 7 सीटों पर आम आदमी पार्टी (AAP) का समर्थन किया था जिसके माध्यम से उन्होंने यह दिखाया कि वे विपक्ष के साथ मिलकर भाजपा के खिलाफ मिलकर खड़े हैं।
इसके बाद भाजपा द्वारा यह उद्धरण दिया गया कि इस तरह की दरारें जब यारी में आती हैं, तो मतलब दरार आने के आसपास होती हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली में कांग्रेस की सात सीटों पर हार हुई थी, हालांकि उनका मत प्रतिशत त्रिकोणीय मुकाबले में अच्छा था। ये भी पढ़ें केंद्रीय मंत्रिमंडल की हुई बैठक में पीएम ई-बस सेवा को मिली मंजूरी