बालेश्वर, ओडिशा: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी शनिवार को ओडिशा के बालेश्वर में हुए ट्रेन दुर्घटना स्थल का दौरा करने पहुंची हैं। इस हादसे में लगभग 261 लोगों की मौत हो गई है और 900 से अधिक लोग घायल हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस आपदा के शिकार परिवारों को मुआवजे की घोषणा की है।
घटना स्तल पर पहुंची ममता बनर्जी
घटना स्थल पर पहुंचते ही सीएम ममता बनर्जी ने कहा, “यह अब तक का सबसे बड़ा रेल हादसा है। ऐसा ही हादसा 1981 में भी हुआ था। इस ट्रेन में एंटी कोलिशन डिवाइस नहीं था, अगर वह होता तो यह हादसा नहीं होता। हमारे राज्य के जिन लोगों की इस हादसे में मृत्यु हो गई है, उनके परिजनों को हम 5-5 लाख रुपए का मुआवजा देंगे। हम राहत और बचाव कार्य में राज्य सरकार और रेलवे का पूरा सहयोग करेंगे। हमने कल 40 और आज 70 एंबुलेंस भेजीं हैं। हमारे 40 डॉक्टर यहां पहुंच गए हैं और वे काम कर रहे हैं।”
’21वीं सदी की सबसे बड़ी दुर्घटना’
ममता बनर्जी ने इसके अलावा यह भी कहा, “कोरोमंडल सबसे अच्छी एक्सप्रेस ट्रेनों में से एक है। मैं तीन बार रेल मंत्री रही हूँ, मैंने जो देखा है, यह 21वीं सदी की सबसे बड़ी रेल दुर्घटना है।”
इस हादसे के मामले में, रेलवे के सुरक्षा आयोग को जांच करने का कार्य सौंपा गया है। बनर्जी ने कहा कि ट्रेन में कोई टक्कर-रोधी उपकरण नहीं था और यदि डिवाइस मौजूद होता, तो ऐसा हादसा नहीं होता। मृतकों को वापस नहीं लाया जा सकता है, लेकिन अब उनका मुआवजा और बचाव कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।
एक अधिकारी ने बताया कि ममता बनर्जी ने शुक्रवार रात दुर्घटना के समय ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से टेलीफोन पर बातचीत की और पूरी घटना की जांच की। उन्होंने अपने कालीघाट स्थित आवास से लगभग पूरी रात स्थिति का निगरानी किया और ओडिशा के बालेश्वर जिले में तीन ट्रेनों के एक के ऊपर एक भीषण क्रम में पटरी से उतरने की दुखद घटना पर अपना दुख व्यक्त किया।
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