Mr. Dhami, अमृतसर, 20 मार्च (वार्ता) : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने पिछले कुछ दिनों से पंजाब में सिख युवकों के खिलाफ पुलिस द्वारा की जा रही कथित ज्यादती की कड़ी निंदा की है। धामी ने सोमवार को कहा है कि पंजाब में जानबूझकर निर्दोष सिख युवकों को निशाना बनाना सही नहीं है। उन्होंने कहा, “बिना किसी आरोप के मनगढ़ंत कहानियां बनाकर युवकों को गिरफ्तार करना राज्य के हित में नहीं है। पंजाब ने कई युग देखे हैं और यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य की वर्तमान सरकार ने स्थिति में एक और अध्याय जोड़ दिया है।
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” एसजीपीसी अध्यक्ष ने स्पष्ट रूप से कहा कि पंजाब के सिख युवाओं ने न केवल राज्य बल्कि देश और दुनिया की प्रगति में बहुत योगदान दिया है, लेकिन दुख की बात है कि सिख युवकों को बार-बार शक की निगाह से देखा जाता है। उन्होंने कहा कि पंजाब की मौजूदा सरकार भी ऐसी ही गलती कर रही है। उन्होंने कहा कि अगर किसी की कोई गलती सामने आती है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। सरकार को किसी घटना की आड़ में राज्य में आतंक का माहौल नहीं बनाना चाहिए। श्री धामी ने कहा कि सिख युवाओं में चेतना के अभ्यास को एक अपराध के रूप में प्रस्तुत करना सरकार की एक बड़ी गलती होगी। पंजाब सरकार को इस तरह की कार्रवाइयों को रोकने की सलाह देते हुए एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि अगर सरकार ईमानदार और गंभीर है तो उसे पंजाब के युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि केवल राजनीतिक लाभ के लिए सरकारी तंत्र का दुरुपयोग उचित नहीं है।
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