रवि श्रीवास्तव
जम्मू कश्मीर से विस्थापित होकर मध्यप्रदेश में बसे कश्मीरी पंडितों को उनका हक दिलाने के लिए शिवराज सरकार ने एक नेक पहल की है। दरअसल सरकार अब प्रदेश के सभी कश्मीरी पंडितों को उनका हक दिलाने के लिए हर संभव कोशिश करेगी। इसके मद्देनजर प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कश्मीर छोड़कर मध्यप्रदेश में बसे कश्मीरी पंडितों से अपील की है कि यदि जम्मू कश्मीर में उनकी जमीन पर कब्जा हुआ है तो वह इसकी जानकारी दें. राज्य सरकार उन्हें उनका हक दिलाने का प्रयास करेगी
कश्मीर में छिड़ी सियासत, मध्य प्रदेश पहुंची
इन दिनों जम्मू कश्मीर में रौशनी एक्ट को लेकर बवाल मचा हुआ है। घोटाले को लेकर सवालों का सिलसिला जारी है । कुल मिलाकर कहें तो घाटी की सियासत में अब मध्यप्रदेश भी शामिल हो गया है। शिवराज सरकार का कहना है कि कश्मीरी पंडितों के विस्थापन का दर्द वे समझती है । और इसलिए प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कश्मीर छोड़कर मध्यप्रदेश में बसे कश्मीरी पंडितों से अपील की है कि यदि जम्मू कश्मीर में उनकी जमीन पर कब्जा हुआ है तो वह इसकी जानकारी दें. राज्य सरकार उन्हें उनका हक दिलाने का प्रयास करेगी.
मध्यप्रदेश में हैं करीब 700 कश्मीरी पंडितों का परिवार
दरअसल मध्यप्रदेश में कश्मीरी पंडितों के करीब 700 ऐसे परिवार रह रहे हैं जो वहां अपनी संपत्ति औऱ ज़मीनें छोड़ आए हैं.अकेले भोपाल में इस वक्त ऐसे करीब डेढ़ सौ कश्मीरी पंडितों के परिवार हैं जो 1989 में जम्मू-कश्मीर छोड़कर मध्यप्रदेश में बस गए थे. सरकार की पहल असरदार होती है, तो मध्यप्रदेश में रहने वाले कश्मीरी पंडितों को जम्मू कश्मीर में उनकी जमीन का हक मिल सकेगा.