ओलेक्ट्रा हाइड्रोजन बसें भारतीय सड़कों पर उतरेंगी

ओलेक्ट्रा
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हैदराबाद 23 फरवरी (वार्ता) : तेलंगाना में स्थित मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (एमईआईएल) की खंड ओलेक्ट्रा ग्रीनटेक लिमिटेड (ओजीएल) एक वर्ष के भीतर देश में अगली पीढ़ी की परिवहन प्रणाली की हाइड्रोजन बसों को सड़कों पर उतारेंगी।

देश में इलेक्ट्रिक बसों के निर्माण में अग्रणी हैदराबाद स्थित ओलेक्ट्रा ने गुरुवार को जारी विज्ञप्ति में बताया कि उसने प्रौद्योगिकी भागीदार रिलायंस के साथ मिलकर हाइड्रोजन बस विकसित की है जो कि पारंपरिक सार्वजनिक परिवहन का कार्बन मुक्त विकल्प है।

ओलेक्ट्रा ने प्राकृतिक संसाधनों की कमी और वायु प्रदूषण और उत्सर्जन के नकारात्मक प्रभावों के मद्देनजर हाइड्रोजन-संचालित बसों के विकास में तेजी लाने की पहल की है।

इस बारह-मीटर लो-फ्लोर बस में यात्रियों के लिए 32 से 49 सीटों के बीच बैठने की क्षमता तथा एक चालक सीट है। इससे एक बार में हाइड्रोजन भरने पर 400 किलोमीटर यात्रा की जा सकती है। इस स्तर की हाइड्रोजन भरने में करीब 15 मिनट लगते हैं।

इस बस से टेलपाइप उत्सर्जन के रूप में केवल पानी निकलता हैं। पुराने डीजल और पेट्रोल प्रणाली को चरणबद्ध तरीके से हटाने और उन्हें इन ग्रीन बसों से बदलने के लिए यह बेहतर विकल्प है।