Oral Sunscreen या रेगुलर सनस्क्रीन? सन प्रोटेक्शन के लिए क्या है बेहतर, जानें यहां

जब हम बाहर निकलते हैं, तो सूर्य की यूवी किरणों (यूवीए, यूवीबी और यूवीसी) के कॉन्टैक्ट में आने से ऑक्सीडेटिव डैमेज होते हैं। यह हमारी स्किन की उम्र तेजी से बढ़ा सकता है और असमान स्किन टोन, सूजन और यहां तक ​​​​कि स्किन कैंसर जैसी समस्याओं को जन्म दे सकता है। इसीलिए, हमें अपनी स्किन को इस डैमेज से बचाने के लिए सनस्क्रीन की जरूरत होती है। सनस्क्रीन कई तरह की होती है – क्रीम, स्टिक, स्प्रे और लोशन। लेकिन क्या आप जानते हैं कि सनस्क्रीन टैबलेट भी होती है? लेकिन, ओरल सनस्क्रीन के बारे में बहुत कुछ है जिसके बारे में जानना बेहद जरूरी है।

क्या होती है ओरल सनस्क्रीन?

जहां फिजिकल सनस्क्रीन (जिन्हें हम सीधे अपनी त्वचा पर लगाते हैं) सूर्य की हानिकारक किरणों से होने वाले नुकसान को रोकने और कंट्रोल करने के लिए बाहरी रूप से काम करती है, ओरल सनस्क्रीन इंसाइड डैमेज के लिए होती है। ओरल सनस्क्रीन यूवी डैमेज के खिलाफ स्किन की नेचुरल प्रोटेक्शन को बढ़ावा देने के लिए काम करती है।

ओरल सनस्क्रीन में क्या होता है?

ओरल सनस्क्रीन में ज्यादातर पॉलीपोडियम ल्यूकाटोमोस होता है। यह ट्रॉपिकल फर्न की पत्तियों का एक नेचुरल अर्क है, जिसमें हाई एंटीऑक्सीडेंट और सूजन-रोधी गुण होते हैं।” इसके अलावा, ओरल सनस्क्रीन में विटामिन सी और विटामिन ई भी होता है जो यूवी एक्सपोजर के प्रभाव को भी बेअसर करता है।

Oral Sunscreen के फायदे

– एंटीऑक्सीडेंट प्रोटेक्शन: यह फ्री सेल्स को बेअसर करता है और स्किन को सनबर्न और यूवी किरणो से बचाने में मदद करता है

– सूरज के डैमेज से होने वाली Pre Mature Aging से बचाता है।

– शरीर के अंदर से सन प्रोटेक्शन में मदद करता है।

– स्किन की हेल्थ को सपोर्ट करता है, क्योंकि इसमें बीटा-कैरोटीन और लाइकोपीन जैसे कैरोटीनॉयड होते हैं, जो स्किन को धूप से बचाने में मदद करते हैं।