-अक्षत सरोत्री
आज पाकिस्तान की लाहौर अदालत ने लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर और मुंबई हमले के मास्टर माइंड जकीउर-रहमान-लखवी (Lakhvi) को टेरर फंडिंग मामले में 15 साल की सजा सुनाई है। आज आपको बताते हैं इस लखवी का कच्चा चिठा जिसने कई बार भारत को दहलाया है। कुछ दिनों पहले लखवी को पाकिस्तान से गिरफ्तार किया गया था। उस पर आरोप है कि लखवी आतंकी गतिविधियों से कमाए गए पैसों से डिस्पेंसरी चला रहा था। जकीउर रहमान के खिलाफ पंजाब के एंटी टेरेरिज्म डिपार्टमेंट ने लाहौर पुलिस स्टेशन में टेरर फंडिंग का केस दर्ज था।
अमेरिका ने भी किया गिरफ्तारी का स्वागत
लखवी (Lakhvi) की गिरफ्तारी का अमेरिका ने भी स्वागत किया था। अमेरिका ने कहा था कि हम आतंकी नेता जकी-उर रहमान लखवी की पाकिस्तान में हुई गिरफ्तारी का स्वागत करते हैं। आखिर मुंबई आतंकी हमलों का मास्टरमाइंड जकीउर रहमान लखवी कौन है, जिसके खिलाफ कार्रवाई के लिए पाकिस्तान की हर ओर से तारीफ हो रही है।
भारत के अनुसार पाकिस्तान पर विश्वाश नहीं किया जा सकता
भारतीय अधिकारियों का मानना है कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ ये कार्रवाई इसलिए कर रहा क्योंकि उसे एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से (Lakhvi) अपना हटवाना है। पाकिस्तान को डर है कि उसका नाम ब्लैक लिस्ट में डाला जा सकता है इसीलिए पाकिस्तान ने लखवी को गिरफ्तार कर उसे सजा सुना दी। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब लखवी को गिरफ्तार किया गया हो, इससे पहले भी उसे जेल भेजा जा चुका है लेकिन फिर उसे छोड़ दिया गया था।
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पहले दी गई जमानत का जमकर किया था भारत ने विरोध
बाद में एक बार फिर उसे जमानत मिल गई और उसे छोड़ दिया गया था। 26/11 हमले में पकड़े गए इकलौते जिंदा आतंकी अजमल कसाब समेत सभी आतंकियों को इसी ने ट्रेनिंग दी थी। इसे ‘चाचू’ के नाम से भी जाना जाता है। वैश्विक आतंकवादी जकीउर रहमान लखवी को 2008 में हुए 26/11 के हमले का मास्टरमाइंड माना जाता है। जांच में सामने आया था कि लखवी ने ही मुंबई हमलों की पूरी साजिश तैयार की थी और उसने ही 10 आतंकियों को मुंबई भेजा था।
लश्कर का हाफिज के बाद दुसरा बड़ा कमांडर है लखवी
लश्कर ए तैयबा में हाफिज सईद के बाद लखवी (Lakhvi) का ही नाम आता है और इसे लखवी का सबसे करीबी माना जाता है। कई रिपोर्ट्स में सामने आया है कि जब मुंबई हमले हुए तब ये आतंकियों को लगातार कमांड दे रहा था। वहीं मुंबई हमले की जांच कर रही नेशनल इनवेस्टिंग एजेंसी ने भी इसे मोस्ट वांटेड माना था। वहीं, लखवी को यूएन की मोस्ट वांटेड लिस्ट में शामिल किया गया है। माना जाता है कि साल 1999 में कारगिल युद्ध में पाक की हार के बाद लखवी ने भारत में हमले के लिए सैकड़ों फिदायीन तैयार किए थे।