पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ( Mehbooba Mufti) ने दावा किया कि प्रशासन ने स्थानीय लोगों को शब-ए-कद्र ( Shab-e Qadr) के अवसर पर प्रार्थना करने से रोकने के लिए प्रतिष्ठित जामा मस्जिद को बंद कर दिया। उन्होंने यह भी कहा कि मीरवाइज उमर फारूक को “फिर से नजरबंद” कर दिया गया है।
लोगों को नमाज अदा करने से रोकने के लिए जामा मस्जिद बंद-मुफ्ती
मुफ्ती ने सोशल मीडिया अपने एक ट्वीट में कहा कि कितना दुर्भाग्यपूर्ण है कि शब-ए-कद्र के शुभ अवसर पर लोगों को नमाज अदा करने से रोकने के लिए जामा मस्जिद को बंद कर दिया गया और मीरवाइज को फिर से नजरबंद कर दिया गया। भूमि, संसाधन, धर्म – आप कश्मीरियों को किस चीज से वंचित करेंगे?
इस बीच शनिवार शाम शब-ए-कद्र के मौके पर हजरतबल दरगाह में सैकड़ों श्रद्धालु उमड़ पड़े। इससे पहले 3 मार्च को इंडिया ब्लॉक को झटका देते हुए पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP News) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने घोषणा की कि वे केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में लोकसभा चुनाव के लिए अपने उम्मीदवार उतारेंगे।
जम्मू-कश्मीर की पांच अलग सीटों पर चुनाव
यह घटनाक्रम नेशनल कॉन्फ्रेंस (National Conference) के नेता उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) के उस बयान के बाद आया। जिसमें उन्होंने कहा था कि वे कश्मीर में सभी तीन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। आम चुनाव में भाजपा को चुनौती देने के लिए गठित भारतीय राष्ट्रीय विकास समावेशी गठबंधन में नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी भागीदार हैं।