-अक्षत सरोत्री
पेट्रोल डीजल के बढे दामों से केंद्र सरकार इस समय सभी विपक्षी दलों के निशाने पर आ गई है। विपक्ष ने तो यह तक दावा कर डाला कि गरीब देशों में पैट्रॉल (Petrol-diesel) सस्ता है और भारत में महंगा बात एक मायने में सही भी है। आज इसी मुद्दे पर भाजपा के अपने ही दिग्गज नेता राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने इसे गलत ठहरा दिया है। उनका कहना है कि यह जनता के साथ गलत है। उनके ऊपर दबाव डालना सही नहीं होगा।
ट्वीट कर जताई अपनी आपत्ति
The voice of people is rarely clear and loud. But sometimes it is. On petrol and diesel price rise, there is unanimity in the public [minus porn vendors& iphone chors and fake ID tweeples] that the rise is exploitative. Hence government must stoop to conquer–Withdraw the levies
— Subramanian Swamy (@Swamy39) February 19, 2021
उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि इस मुद्दे पर जनता की राय एक है कि कीमतों (Petrol-diesel) में बढ़ोतरी शोषण करने वाला है। सरकार को पेट्रोल, डीजल से लेवी हटाना चाहिए। स्वामी ने ट्वीट किया, ‘लोगों की आवाज शायद ही कभी स्पष्ट और बुलंद होती है। लेकिन कभी-कभी ऐसा होता है। पेट्रोल, डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर जनता में आम राय है कि बढ़ती कीमत शोषण करने वाली है।
लेवीज हटाने की मांग कर डाली
इसलिए सरकार को लेवीज को हटाना चाहिए।’ दरअसल, पेट्रोल-डीजल (Petrol-diesel) की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। देश के कुछ शहरों में तो पेट्रोल की कीमतें सेंचुरी लगा चुकी हैं। शुक्रवार को देशभर में लगातार 11वें दिन दोनों ईंधन के दाम बढ़ाए गए हैं। दिल्ली में शुक्रवार को पेट्रोल 31 पैसे प्रति लीटर जबकि डीजल 33 पैसे प्रति लीटर मंहगा हो गया। पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों की वजह से जनता का गुस्सा भी बढ़ रहा है जो सोशल मीडिया पर झलक रहा है।
कांग्रेस सड़कों पर उतरी
कांग्रेस समेत विपक्षी दल भी पेट्रोल-डीजल (Petrol-diesel) की बढ़ती कीमतों के खिलाफ सड़कों पर उतरना भी शुरू कर दिया है। महिला कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ का हवाला देते हुए दावा किया है कि सिर्फ कांग्रेस ही आम लोगों का ख्याल करती है। उसके ऑफिशल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ‘बढ़ती कीमतों के बीच कांग्रेसशासित छत्तीसगढ़ में पेट्रोल 12 रुपये और डीजल 4 रुपये सस्ता है। सिर्फ कांग्रेस ख्याल रखती है।’