प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन “इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस (इंडिया)” पर निशाना साधते हुए कहा कि देश के लोगों को इससे सतर्क रहने की आवश्यकता है, क्योंकि इस गठबंधन का उद्देश्य भारत की संस्कृति और भारत को मिटाना है।
प्रधानमंत्री मोदी ने छत्तीसगढ़ में एक रैली को संबोधित किया और कहा कि भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म ने हजारों सालों तक लोगों को प्रेरित किया है, और यह संस्कृति संत रविदास, संत कबीरदास, संत शिरोमणि और मीराबाई जैसे महान संतों को भी सम्मान देती है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इस सनातन संस्कृति को समाप्त करने की कोशिश “इंडिय” गठबंधन के लोगों ने की है, और इन लोगों ने भारत की संस्कृति को मिटाने का इरादा किया है। वे चाहते हैं कि लोग इस गठबंधन के खिलाफ सतर्क रहें क्योंकि यह भारत की हजारों साल की संस्कृति को मिटाना चाहता है, भारत को मिटाना चाहता है।
प्रधानमंत्री ने सनातन संस्कृति को विस्तार से व्याख्या की और कहा कि यह संस्कृति है जिसमें भगवान श्रीराम ने शबरी को मां कहकर उनके झूठे बेरों को खाने का आनंद लिया, और जिसमें राम वनवासियों को, निषाद राज को अपने भाई से भी बढ़कर बताया गया है। इस संस्कृति में लोगों के कर्म को प्रधानता दी जाती है और यह संस्कृति विभिन्न संतों के जीवन और उनके संदेशों का स्रोत है।
प्रधानमंत्री ने इसके अलावा छत्तीसगढ़ सरकार को भी निशाना साधा और कहा कि यह सरकार गरीबों के कल्याण में पीछे है, लेकिन भ्रष्टाचार में आगे है। वे बताए कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार ने गोबर खरीद योजना में भ्रष्टाचार किया है और गरीब किसानों को धोखा दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस रैली के माध्यम से लोगों को अपनी संस्कृति और धर्म के प्रति जागरूक रहने की अपील की और इसे सुरक्षित रखने का संकल्प दिलाया।
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