
आठ केंद्रीय जेलों में ए.आई. आधारित सीसीटीवी सिस्टम की स्थापना पूरी
जेलें होंगी आधुनिक जैमर से लैस
चंडीगढ़, 24 अगस्त:
पंजाब के जेल विभाग द्वारा सुरक्षा के बुनियादी ढांचे को और मज़बूत करने के लिए राज्य की जेलों हेतु अति-आधुनिक सुरक्षा उपकरण खरीदने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई है।
यह जानकारी देते हुए पंजाब के जेल मंत्री स लालजीत सिंह भुल्लर ने बताया कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार राज्य की जेलों की सुरक्षा को लेकर हमेशा गंभीर रही है। उन्होंने कहा कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में जेलों के सुरक्षा बुनियादी ढांचे को मज़बूत करने के लिए प्रमुख सुरक्षा उपकरणों के साथ-साथ फुल बॉडी स्कैनर, बॉडी वार्न कैमरे, फ्लड लाइट्स, वॉकी-टॉकी सेट, बूम बैरियर, सीसीटीवी कैमरे, स्निफर डॉग्स, एक्स-रे आधारित स्कैनर, सर्च लाइट्स, हाई मस्ट पोल्स, नॉन-लाइनियर जंक्शन डिटेक्टर, एंटी-रायट्स किट्स, ई-कार्ट्स और हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में वायर मैश आदि सुरक्षा उपकरणों की खरीद की जा रही है।
स भुल्लर ने बताया कि राज्य की दो जेलों में टी-एच.सी.बी.एस (टावर फॉर हार्मोनियस कॉल ब्लॉकिंग सिस्टम) जैमर स्थापित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जेल की मुख्य दीवार के बाहर से प्रतिबंधित सामान फेंकने, दीवार चढ़ने, दंगों और मोबाइल उपयोग की स्थिति में अलार्म देने के लिए आठ केंद्रीय जेलों में ए.आई. आधारित सीसीटीवी सिस्टम की स्थापना पूरी हो चुकी है और यह प्रणाली राज्य की 17 अन्य जेलों में भी लागू की जा रही है। इसके अतिरिक्त, राज्य की 13 संवेदनशील जेलों को कवर करने के लिए 19 एक्स-रे बैगेज स्कैनर भी खरीदे गए हैं।
जेल मंत्री ने आगे बताया कि कैदियों के आचरण पर नज़र रखने के लिए 200 बॉडी वार्न कैमरे उपयोग में लाए जा रहे हैं। उच्च जोखिम वाले कैदियों वाली जेलों के हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में सभी सेल को कवर करने के लिए 295 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। इसी तरह 13 संवेदनशील जेलों के हाई-सिक्योरिटी ज़ोन में निर्धारित स्थानों पर मोबाइल नेटवर्क जैमिंग सॉल्यूशन स्थापित किया जा रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि पुलिस विभाग द्वारा जेलों में बंद कैदियों को अदालतों में पेश करने में आने वाले खर्च और स्टाफ की बचत के लिए अधिक से अधिक कैदियों को वीसी (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग) के माध्यम से पेश करने की पहल भी की गई है। इसके लिए जेलों में 159 वीसी सिस्टम स्थापित कर दिए गए हैं और 200 से अधिक वीसी सिस्टम तथा वीसी रूम बनाने का प्रस्ताव विचाराधीन था।