पंजाब सरकार आई.टी. सेक्टर को प्रोत्साहित करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है – हरपाल सिंह चीमा

लुधियाना में ‘‘आई.टी. इंडिया एक्सपो-2025’’ में मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत

चंडीगढ़/लुधियाना, 22 अगस्त
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार आई.टी. सेक्टर को प्रोत्साहन देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी संबंध में काफी ज़मीन आरक्षित की गई है, जहां आई.टी. सेक्टर को और विकसित किया जाएगा।

इन शब्दों का प्रगटावा पंजाब सरकार के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आज स्थानीय होटल रीजेंटा सेंट्रल क्लासिक में आयोजित ‘‘आई.टी. इंडिया एक्सपो-2025’’ में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होते हुए कही। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार आने वाले समय में आई.टी. सेक्टर को कई शहरों में आगे ले जाएगी। उन्होंने बताया कि उद्योगपतियों द्वारा लगभग एक लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया जा चुका है और आई.टी. क्षेत्र में भी बड़े स्तर पर निवेश आ रहा है।

इस अवसर पर विधान सभा हलका आत्म नगर से विधायक कुलवंत सिंह सिद्धू भी विशेष तौर पर मौजूद रहे।

कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने आई.टी. एक्सपो की सराहना करते हुए कहा कि यह एक अच्छा प्रयास है। उन्होंने इस प्रदर्शनी का आयोजन करने वाली पूरी टीम को बधाई दी, जिन्होंने लुधियाना शहर के निवासियों, खासकर आई.टी. सेक्टर से जुड़े विद्यार्थियों को नई तकनीक के बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि इस प्रदर्शनी में विभिन्न नामी कंपनियों के साथ लुधियाना के अलावा अन्य शहरों के लोग भी शामिल होकर नए उत्पादों की खरीदारी कर रहे हैं और अपना अनुभव साझा कर रहे हैं।

कैबिनेट मंत्री चीमा ने कहा कि यह केवल पंजाब राज्य की ही नहीं बल्कि भारत की सबसे बड़ी प्रदर्शनी है जिसकी तैयारी पिछले लगभग 3 वर्षों से की जा रही थी और अब उसका परिणाम सामने है। उन्होंने बताया कि विभिन्न कंपनियों के लगभग 1000 से अधिक डीलरों ने इसमें शिरकत की है और आई.टी. सेक्टर से जुड़े करीब 22 हज़ार विद्यार्थियों ने पंजीकरण करवाया है। उन्होंने बताया कि इस प्रदर्शनी के माध्यम से विद्यार्थी नई तकनीक के बारे में जानकारी प्राप्त करने में सफल होंगे, जो ऑनलाइन उपलब्ध नहीं होती।

पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि मौजूदा बाढ़ जैसी नाज़ुक परिस्थितियों में केंद्र सरकार को पंजाब राज्य की सुध लेनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि केंद्र सरकार को पंजाब राज्य के लगभग 50 हज़ार करोड़ रुपये जी.एस.टी. से हुए नुकसान की भरपाई के साथ लगभग 10 हज़ार करोड़ रुपये ग्रामीण विकास कोष (आर.डी.एफ.) भी जारी करना चाहिए।

उन्होंने यह भी बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मंत्रियों के साथ प्रशासन भी पूरी तरह मुस्तैद है और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए पंजाब सरकार पूरी ताक़त झोंक रही है।

उन्होंने दोहराया कि केंद्र सरकार को इस समय पंजाब राज्य की मदद के लिए आगे आना चाहिए और बाढ़ प्रभावित परिवारों को मुआवज़ा देने के लिए विशेष अनुदान जारी करना चाहिए।

इस अवसर पर उन्होंने प्रसिद्ध कॉमेडियन जसविंदर सिंह भल्ला जी के परिवार के प्रति भी अपनी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भल्ला जी ने न केवल पूरी पंजाबी बिरादरी बल्कि दुनियाभर के लोगों को हंसाया और सांस्कृतिक मनोरंजन किया। उन्होंने जसविंदर भल्ला जी के निधन को पंजाबी फ़िल्म जगत के लिए अपूरणीय क्षति बताया।