महिला आरक्षण बिल राज्यसभा और लोकसभा से पारित हो चुका है, लेकिन अब सियासत भी तेज होती हुई दिखाई दे रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने आज यानी 22 सितंबर को महिला आरक्षण बिल को लेकर दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में महिलाओं को संबोधित किया। इसमें उन्होंने इस बिल को ऐतिहासिक और महिला सशक्तिकरण का माध्यम बताया। पीएम मोदी ने पिछली सरकारों का भी जिक्र किया और कहा कि तीन दशकों से यह बिल लटका रहा था, लेकिन अब हमारी सरकार ने बिना किसी बाधा से दोनों सदनों से पारित करा दिया है, जो एक बड़ी कामयाबी है। साथ ही, कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा है और महिला आरक्षण बिल को तुरंत लागू करने की मांग की है।
राहुल गांधी का बयान
राहुल गांधी ने प्रेस कांफ्रेंस में महिला बिल को लेकर कहा कि संसद के इस विशेष सत्र का अहम मुद्दा महिला का आरक्षण था। लेकिन इसके साथ 2 शर्ते भी थी जिसमें पहला जनगणना और दूसरा परिसीमन करवाना, इसे करवाने में काईन साल लगेंगे. सच्चाई ये है कि महिला आरक्षण बिल को अभी ही लागू करना चाहिए. विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण मिल सकता है. लेकिन मोदी सरकार सिर्फ गुमराह करना चाहती है.
संसद के इस विशेष सत्र का मुख्य मुद्दा महिला आरक्षण था।
लेकिन इसके साथ दो शर्तें भी थीं कि महिला आरक्षण करने से पहले जनगणना और परिसीमन करवाना होगा, जिसे करने में कई साल लगेंगे।
सच्चाई ये है कि महिला आरक्षण को आज लागू किया जा सकता है। संसद और विधानसभा में महिलाओं को आरक्षण दिया… pic.twitter.com/Q6UxEpZUuP
— Congress (@INCIndia) September 22, 2023
मोदी ने महिला आरक्षण बिल पर क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महिला सांसदों का स्वागत दिल्ली स्थित भाजपा कार्यालय में किया और महिलाओं के साथ बातचीत की। उन्होंने महिला आरक्षण बिल को लेकर भाजपा के कार्यकर्ताओं को बधाई दी और इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने पिछली सरकारों की नीतियों को भी दोष दिया कि वे महिला आरक्षण बिल को अटकाने का काम कर रही थीं।
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