पेरिस, 10 सितंबर 2023: कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी, जो अभी हाल ही में यूरोप के दौरे पर पहुंचे हैं, ने फ्रांस के पेरिस में एक बार फिर भारत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने पेरिस में भारत के नाम में हुए ‘इंडिया-भारत’ नाम विवाद और हिंदूत्व जैसे मुद्दों पर बात की और कहा कि जो लोग किसी चीज का नाम बदलना चाहते हैं, वे इतिहास को नकारने की कोशिश कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा, “हमारे संविधान में इंडिया को ‘डैट इज भारत’ को राज्यों के एक संघ के रूप में परिभाषित किया गया है। भारत इन राज्यों से मिलकर इंडिया या भारत बना है। सबसे अहम बात यह है कि इन राज्यों में शामिल सभी लोगों की आवाज सुनी जाती है और किसी भी आवाज को कुचला या डराया नहीं जाता है.”
वह आगे बढ़ते हुए यह कहते हैं कि वे गीता, उपनिषद, और अन्य हिंदू किताबें पढ़ी हैं, लेकिन भारतीय जनता पार्टी (BJP) की नीतियों में कुछ भी हिंदूवादी नहीं है। उन्होंने कहा, “इंडिया यानी भारत राज्यों का एक संघ है. जो लोग किसी चीज का नाम बदलना चाहते हैं वे मूल रूप से इतिहास को नकारने की कोशिश कर रहे हैं।”
राहुल गांधी ने इस बयान को छात्रों से छात्रियों के सामने किया, जब वह पेरिस स्कूल ऑफ इंटरनेशनल अफेयर्स के छात्रों और टीचर्स के साथ चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने आगे बढ़ते हुए कहा कि ‘इंडिया, डैट इज भारत’ नाम अपने सभी लोगों की आवाज का प्रतिनिधित्व करता है और एक डिसेंट्रलाइज और डेमोक्रेटिक भारत की एक नई राजनीतिक दृष्टि का पथ प्रस्तुत करता है।
इसे पहले कांग्रेस सांसद ने जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत सरकार के खिलाफ आरोप लगाया था, जब उन्होंने कहा कि सरकार लोगों और जानवरों को छुपाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने ट्विटर पर यह पोस्ट किया था, “भारत सरकार हमारे लोगों और जानवरों को छिपा रही है। हमारे मेहमानों के सामने भारत की सच्चाई छिपाने की कोई जरूरत नहीं है।”
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