बालासोर, ओडिशा: ओड़िसा के बालासोर में हुए रेल हादसे ने पुरे देश को झकझोर कर रख दिया। जिले में दो ट्रेनों के पटरी से उतरने और मालगड़ी से टकराने के दुर्घटनाग्रस्त होने से लगभग लोगों की मौत हो गई है। इस हादसे के बाद सोशल मीडिया पर रेलवे के कवच को लेकर उपयोगकर्ताओं के मध्य विवाद छिड़ रहे हैं। कई उपयोगकर्ताओं ने सीधे-सीधे सवाल उठाए हैं कि कवच कहां चला गया है और क्या यह एक खोखला दावा था। इसके अलावा, उन्होंने रेल मंत्री के बयान से जुड़े वीडियो भी साझा किए हैं जिसमें उन्होंने कहा था कि कवच ट्रेनों को अपने आप में रोक देगा और ट्रेन हादसे नहीं होंगे।
This is The made in India Kavach System Ad layed by Thousand Times one year ago in Channels.
Thank you Modiji. 🙏 pic.twitter.com/qZDjei8pBX— RAHUL (@RahulSeeker) June 3, 2023
यह घटना भारतीय रेलवे के सुरक्षा प्रशासन को फिर से सवालों के माध्यम से घेरने का कारण बनी है। सोशल मीडिया पर उपयोगकर्ताओं ने अपने ट्वीट और पोस्ट में इस घटना को लेकर व्यक्त किए गए तंज और सवालों का विरोध किया है।
यूजर्स ने रेल मंत्री पर साधा निशाना
एक उपयोगकर्ता @IncDixit ने लिखा, “जब इंजन में रेल मंत्री सवार रहता है तो दो ट्रेनें एक दूसरे से 380 मीटर दूर ही रुक जाती हैं। वीडियो बना के वाहवाही लूटना तो ठीक है, पर अब दुर्घटना की जवाबदारी लेने के वक़्त किसी को बलि का बकरा बनाया जाएगा।
वहीं ” एक और उपयोगकर्ता @Vinita_Jain7 ने लिखा, “रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के कवच सिस्टम भी जुमला निकला? इसके अलावा @SurrbhiM नाम के एक उपयोगकर्ता ने लिखा, “कुछ महीने पहले ट्रेन की टक्कर रोकने के लिए बनाए गए कवच सिस्टम के लिए रेल मंत्री छाती ठोक रहे थे, अब ये क्या हुआ हर किसी को यह पूछना चाहिए।”
अधिकृतों के द्वारा जारी किए गए बयानों में रेल मंत्री का कवच सिस्टम के महत्व को लेकर पुष्टि की गई है। हालांकि, इस दुर्घटना के बाद लोगों के मन में विश्वास कम हो गया है और वे इस विवाद पर निर्भर कर रहे हैं। यह सवाल और उलझन ज्यादातर सामाजिक मीडिया पर ही उठे हैं, जहां लोग अपने विचार और निर्णयों को व्यक्त कर रहे हैं।
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