मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि अनुसूचित जनजाति और आमजन में सिकल सेल एनीमिया के प्रति जागरूकता बढ़ायें। श्री पटेल आज यहां सर्किट हाऊस में अधिकारियों से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने जनजाति के लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक होने और समाज के अन्य वर्गों के युवाओं से जनजातीय वर्ग को इस बीमारी से निजात दिलाने के लिये आवश्यक जागरूकता हेतु प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया। राज्यपाल ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन द्वारा संचालित लोक-कल्याणकारी योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ पात्र व्यक्तियों को दिलाया जाना सुनिश्चित करें।
गरीबों को शासन की योजनाओं का लाभ प्राथमिकता से दिलायें। किसी भी स्थिति में गरीबों का शोषण नहीं होना चाहिये। राज्यपाल ने कहा कि सिकल सेल बीमारी से निजात पाने के लिये जरूरी है कि विवाह के पहले युवक-युवती अपने खून की जाँच करायें, यदि दोनों में बीमारी के लक्षण पाये जाते हैं, तो वे विवाह नहीं करें। इससे संतान में इस आनुवांशिक बीमारी के प्रसार को रोका जा सकता है। सभी प्रकार के नशे से दूर रहें। बच्चों को शिक्षा से बेहतर भविष्य बनाने में अपना योगदान दें। सिकिल सेल की जाँच करने वाली एजेंसी की सतत निगरानी की जाये। इस कार्य में आशा कार्यकर्ता को भी जोड़ा जाये। श्री पटेल ने पेसा एक्ट का लाभ दिलाने पर जोर देते हुए कहा कि इसमें महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित हो। उन्होंने भारिया जनजाति को विशेष पिछड़ी जनजाति में शामिल करने पर चर्चा की। श्री पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ गरीबों को मिलना सुनिश्चित होना चाहिये। उन्होंने स्वसहायता समूहों को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उन्होंने पंचायत एवं ग्रामीण विकास, जनजाति कार्य, कानून-व्यवस्था, वन विभाग, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग की गतिविधियों संबंधी अधिकारियों से चर्चा कर जानकारी ली और आवश्यक निर्देश दिये।