प्रदेश के कारागार एवं होमगार्ड राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति ने 3 जनवरी को बताया कि अयोध्या में श्रीराम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का सीधा प्रसारण किया जाएगा। उन्होंने जिला कारागार में बंदियों को रामचरितमानस, सुंदरकांड एवं हनुमान चालीसा की पुस्तकों का भी वितरण किया।
अलीगढ़ पहुंचे कारागार मंत्री बंदियों से संवाद किया। उन्होंने कहा कि हर मां-बाप का सपना होता है कि उसका बच्चा बड़ा होकर, पढ़-लिखकर परिवार का सहारा बनेगा। उन्होंने बंदियों को संकल्प दिलाया कि जब वह न्यायालय के माध्यम से जेल से बाहर जाएंगे तो ऐसी गलती दोबारा नहीं करेंगे कि वापस यहां आना पड़े। उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करते हुए सरकार विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण प्रदान कर रही है।
बंदियों को उनकी रुचि के अनुसार एमएसएमई, कौशल विकास मिशन से जोड़कर हुनरमंद बनाया जा रहा है, ताकि वह जेल से बाहर जाकर स्वरोजगार करें और आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनें। उन्होंने बंदियों से अपील की कि जेलों में कुख्यात एवं पेशेवर अपराधी भी होते हैं, उनके बहकावे या झांसे में कभी न आएं। कारागार मंत्री धर्मवीर प्रजापति ने वरिष्ठ जेल अधीक्षक बृजेंद्र कुमार सिंह के जेल प्रबंधन की सराहना की।
कंबल वितरण
इस अवसर पर पूर्व जिलाध्यक्ष चौधरी देवराज सिंह, समाजसेवी सुमित शेखर सर्राफ, प्रो. हसमत अली खां, जस्टिस इफाकत अली खां, बिलाल अली खां, शराफत अली खां, वरिष्ठ जेल अधीक्षक बृजेंद्र कुमार सिंह, डिप्टी जेलर सुरेश कुमार, पीके मिश्रा, राजेश राय, संजीव श्रीवास्तव, देव दर्शन सिंह, निखिल श्रीवास्तव, राजेंद्र कुमारी, जेल चिकित्सक डॉ. अभिषेक गुप्ता उपस्थित रहे।
बंदियों के बच्चों ने गायत्री मंत्र का जाप किया
जेल में निरूद्ध बंदियों के बच्चों ने गायत्री मंत्र सुनाकर कारागार मंत्री मंत्रमुग्ध हो गए। इस दौरान उन्होंने बच्चों की शिक्षण व्यवस्था की प्रशंसा करते हुए उनकी शिक्षिका का आभार जताया।
दस बंदियों को रिहा कराया
कारागार मंत्री ने जुर्माना नहीं भरने के कारण जेल में बंद 10 बंदियों को रिहा कराया। इनके जुर्माने की कुल 17,441 रुपये की धनराशि जमा कराकर नववर्ष पर रिहाई की सौगात दी। मैनपुरी के एक बंदी को घर जाने के लिए किराया भी दिया।