RANCHI, 08 अप्रैल (वार्ता)- केंद्रीय सरना समिति और पहान महासंघ समेत कुछ अन्य संगठनों की ओर से आज रांची बंद के आह्वान का रांची शहर में असर देखा गया है। बंद समर्थक राजधानी रांची में सरना झंडे के साथ सुबह-सुबह विभिन्न चौक चौराहों पर निकले और विरोध प्रदर्शन किया। सरहुल पूजा के बाद रांची के लालपुर में पिछले दिनों सरना झंडा को उखाड़े जाने और उसे जलाने की घटना से रांची में सरना समाज आक्रोशित है।
इस घटना को लेकर शनिवार को केंद्रीय सरना समिति और पाहन महासभा की ओर से बंद का आह्वान किया गया। बंद को सफल बनाने के लिए सुबह-सुबह समाज के लोगों ने रांची के विभिन्न चौक चौराहों को जाम कर दिया। आदिवासी संगठनों के सदस्य अपने हाथों में तख्तियां लेकर प्रदर्शन करने के साथ दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
रांची के बिरसा चौक पर बंद समर्थक सुबह आठ बजे से सड़कों पर उतर आए। सरना समाज के लोगों ने बांस और बल्लियों से बिरसा चौक के विभिन्न मार्गो को अवरुद्ध कर दिया। इस मौके पर कुछ बंद समर्थकों ने सड़कों पर टायर जलाकर भी विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी सरना झंडा उखाड़ कर फेंकने वाले दोषियों को गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग कर रहे थे।
RANCHI: केंद्रीय सरना समिति और पहान महासंघ की ओर से रांची बंद का आह्वान
हालांकि कुछ देर में पुलिस प्रशासन का पूरा महकमा घटनास्थल पर पहुंच गया। पुलिस की ओर से प्रदर्शनकारियों से बिरसा चौक खाली करने की अपील की गई। लेकिन बंद समर्थक पुलिस की ओर से बार-बार समझाए जाने के बाद भी सड़क जाम कर नारेबाजी करते रहे। बाद में सभी प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उन्हें जगरनाथपुर थाने ले गई।
बंद के कारण स्थानीय लोगों को कुछ समय तक परेशानियों का सामना करना पड़ा। सुबह-सुबह ऑफिस टाइम होने की वजह से बंद समर्थक कई लोगों से उलझते हुए भी देखे गए। दूरदराज से कई यात्री भी परेशान दिखे। यात्री बस, ऑटो और रिक्शा नहीं चलने के कारण कई यात्रियों को पैदल आते जाते देखा गया। बंद के मद्देनजर रांची के कई स्कूल और शैक्षणिक संस्थानों ने पहले ही अवकाश की घोषणा कर दी थी, जिसके कारण स्कूली बच्चों को परेशानी नहीं हुई। लेकिन ऑफिस जाने वाले लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
बंद के मद्देनजर रांची में पुलिस प्रशासन पूरी तरह से चौकस दिख रही थी। विभिन्न चौक चौराहों पर और मार्गों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। सुरक्षा के मद्देनजर मुख्यमंत्री आवास और मुख्यमंत्री सचिवालय के आस-पास धारा 144 लगा दी गई है। इसके साथ ही 5 लोगों को एक साथ एकत्र होने और ध्वनि विस्तारक यंत्र के प्रयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
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