राजस्थान में आमजन के हर तरह के दुःख- दर्द, अभावों और समस्याओं से राहत का पैगाम दे रहे महंगाई राहत शिविर सूने-अंधेरे में जी रहे लोगों की जिन्दगी में रोशनी के कतरे भर कर राहत का सुकून देने वाले सिद्ध हो रहे हैं।
हताशा और निराशा भरी जिन्दगी को संवारने की दिशा में ये शिविर गरीबों और आप्तजनों के लिए किस कदर वरदान साबित हो रहे हैं इसका ज्वलन्त उदाहरण जोधपुर जिले की तिंवरी पंचायत समिति के चिराई ग्राम पंचायत मुख्यालय पर आयोजित महंगाई राहत शिविर में सामने आया।
गांव में माता और पिता दोनों का साया उठ जाने के बाद नन्हा भूपेन्द्र अनाथ सी जिन्दगी जीने को विवश हो गया। इस मुश्किल दौर में उसकी परवरिश का जिम्मा दादी श्रीमती गंगा ने उठाया और माँ-बाप एवं संरक्षक सभी भूमिकाओं को निभाते हुए लालन -पालन किया।