– कशिश राजपूत
उत्तराखंड के चमोली जिले में बचाव अभियान का आज सातवां दिन है | ग्लेशियर टूटने के कारण आई इस भीषण प्राकृतिक आपदा के चलते अब तक लगभग 38 लोगों की मौत हो चुके हैं और 150 से ज्यादा लोग अभी भी लापता हैं |
चमोली जिले के आपदा प्रभावित सुकी, लाता और भलगौन गांवों में भारत तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के जवान लगातार राशन और जरूरी सामानों को पहुंचाने का काम कर रहे हैं | इलाके में पुल टूटने के कारण ये गांव पूरी तरह से अलग-थलग हो गए हैं |
Indo-Tibetan Border Police (ITBP) personnel continue to distribute ration and essential items in Suki, Lata and Bhalgaun villages which have been cut off due to flash flood in Dhauliganga.
(Photo source: ITBP) pic.twitter.com/H57WyIn3x5
— ANI (@ANI) February 13, 2021
उत्तराखंड पुलिस के DGP अशोक कुमार ने बताया कि कल यानी शुक्रवार को SDRF की टीम ने रैनी गांव के पास 4200 मीटर की ऊंचाई पर बनी एक झील का मुआयना किया था | झील से पानी लगातार डिस्चार्ज हो रहा है, यह खतरे के क्षेत्र में नहीं है | उन्होंने बताया कि टीम को रैनी के पास हैलीपेड तैयार करने के लिए जगह भी मिली है |