पंजाब में कांग्रेस पार्टी के लिए बड़ी मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कांग्रेस के कार्यकर्ता और नेता बार-बार पार्टी छोड़कर अन्य दलों के शरण में जा रहे हैं। पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद से ही कांग्रेस की हालत लगातार खराब हो रही है। आज भी पंजाब कांग्रेस के 9 पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। ये पार्षद दावा कर रहे हैं कि उन्हें पार्टी द्वारा अनदेखा किया जा रहा है। नगर कौंसिल प्रधान उनकी बात नहीं सुन रहे हैं।
पंजाब कांग्रेस के प्रमुख अमरिंदर सिंह और प्रधान राजा वड़िंग के गृह जिले में इस बगावत की घटना दर्शाने को मिली है। मुक्तसर नगर कौंसिल में कांग्रेस के 9 पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा दिया है। इन पार्षदों ने आरोप लगाए हैं कि उन्हें अनदेखा किया जा रहा है। नगर कौंसिल प्रधान उनकी बातों को नजरअंदाज कर रहे हैं। यह उलझन उठने से पहले ही आम आदमी पार्टी के विरोधियों को एक नया मौका प्रदान कर सकती है।
राजा वड़िंग जब मंत्री थे, तब उन्होंने इन पार्षदों को नियुक्ति दी थी। इसके अलावा, ये पार्षद ने पंजाब कांग्रेस के जिला प्रेसिडेंट और प्रदेश प्रमुख को भी इस्तीफा दिया है। कल नगर कौंसिल की मीटिंग में 9 पार्षदों की शामिलता नहीं हुई। इन्होंने अपनी अलग से मीटिंग बुलाई, जहां उन्होंने यह निर्णय लिया है। उन्होंने कहा है कि दिसंबर माह में उन्होंने नगर कौंसिल के प्रधान की नई नियुक्ति की मांग की थी, लेकिन उन्हें समय पर इसकी पूर्ति नहीं मिली। इसके चलते, उन्हें इस कदम का उठाना पड़ा।
इसके बाद से ही, यह घटना पंजाब में चर्चा का विषय बन गई है। कुछ लोग कह रहे हैं कि उक्त पार्षद आम आदमी पार्टी के नवनिर्वाचित अधिकारियों की ओर देख सकते हैं।