SANJAY RAUT, 03 मार्च (वार्ता)- शिवसेना (बाला साहेब ठाकरे) पार्टी के वरिष्ठ नेता और सांसद संजय राउत ने विधानसभा अध्यक्ष की ओर से गठित विशेषाधिकार हनन समिति को आंशिक समिति करार दिया और कहा कि यह समिति आंशिक इसलिए है, क्योंकि इस समिति में मूल शिवसेना से कोई सदस्य नहीं लिया गया है। दो दिवसीय दौरे पर यहां पर राउत शुक्रवार सुबह पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर द्वारा गुरुवार को गठित विशेषाधिकार हनन समिति आंशिक है, क्योंकि इस समिति में मूल शिवसेना का कोई सदस्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि अभी तक राज्य विधानसभा से उनको विशेषाधिकार हनन का नोटिस नहीं मिला है और अगर मिलता भी है तो मुझे यहां से उन्हें माकूल जवाब देना हाेगा। ऐसे नोटिस का जवाब जल्दबाजी में देना संभव नहीं है। वह संबंधित कानून का अध्ययन करने के बाद नोटिस का जवाब देंगे। राउत ने कहा मैंने ऐसा कुछ नहीं कहा है, जिससे विधायक और विधायक का अपमान हो।
SANJAY RAUT: आंशिक है विशेषाधिकार हनन समिति
उन्होंने एक विशेष गुट के बारे में बात की थी, जो शिवसेना को अवैध रूप से देखता रहा है, इसलिए यह देखना होगा कि विशेषाधिकार का हनन हुआ या नहीं। दरअसल, वर्तमान शिंदे-फडणवीस सरकार राज्य में अवैध रूप से काम कर रही है। पुणे जिले में उपचुनाव के नतीजों पर राउत ने कहा कि कस्बा पेठ में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) हार गई, लेकिन उन्होंने यह स्वीकार नहीं किया कि चिंचवड़ विधानसभा क्षेत्र में भाजपा ने जीत दर्ज की है।
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के संदीप देशपांडे पर अज्ञात व्यक्तियों द्वारा किए गए हमले पर राउत ने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों पर इस तरह का हमला बेहतर कानून और व्यवस्था का संकेत नहीं है। देशपांडे हमले में घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले को बधाई देते हुए राउत ने कहा कि यह आश्चर्यजनक है रिपब्लिकन पार्टी (आठवले) ने नागालैंड में कुछ सीटें जीती हैं, भले ही इस पार्टी को महाराष्ट्र में सीटें नहीं मिलीं हों।