SHANTA KUMAR, 11 अप्रैल (वार्ता)- हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं स्वामी विवेकानंद ट्रस्ट के अध्यक्ष शांता कुमार ने मंगलवार को कहा कि देश में वृद्ध लोगों की संख्या बढ़ रही है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हालाँकि समृद्धि आ गई है लेकिन बिखरते परिवारों का दर्द अपना असर दिखा रहा है। कुमार ने कहा कि बच्चे पैसा कमाने के लिए विदेश चले जाते हैं और बुजुर्ग अकेले रहने एवं नजरअंदाज किए जाने का दर्द झेलते हैं।
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अपने पारिवारिक जीवन में सुख देखा वे लोग परेशान हो रहे हैं और अपने जीवन के अंत में अकेले हैं। उन्होंने कहा कि इसलिए यह सुनिश्चित करने की बहुत आवश्यकता है कि बुजुर्ग सुखी जीवन व्यतीत करें। कुमार ने यूनीवार्ता को बताया कि इस जरुरत को पूरा करने के लिए विवेकानंद ट्रस्ट, पालमपुर ने 100 वरिष्ठ नागरिकों के आवास के लिए ‘विश्रांति’ नामक वृद्धाश्रम का निर्माण किया जा रहा है।
SHANTA KUMAR: बिखरते परिवारों का दर्द दिखा रहा है अपना असर
उन्होंने कहा कि इस आवास में उन्हें दूसरों का साथ मिलेगा, इसमें सभी प्रकार की सुविधाएं, मनोरंजन, पुस्तकालय, योग, ध्यान आदि होंगे। परिसर में एक मंदिर भी स्थापित किया गया है। श्री शांता कुमार ने कहा हिमाच्छादित धौलाधार की गोद में पालमपुर एक बहुत ही सुंदर प्रदूषण मुक्त स्वस्थ शहर है, एक तरफ योग और प्राकृतिक चिकित्सा का प्रसिद्ध केंद्र कायाकल्प है, साथ ही सुपर स्पेशियलिटी विवेकानंद हॉस्पिटल भी है और इन दोनों के बीच में है वरिष्ठ नागरिक सदन विश्रांति है।
उन्होंने कहा कि न केवल पालमपुर में, बल्कि पूरे भारत में यह अपनी तरह का पहला मॉडल केंद्र होगा, जिसमें वरिष्ठ नागरिकों को 24 घंटे सभी प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं मिलेंगी। उन्होंने कहा कि विश्रांति का निर्माण अंतिम चरण में है और यह बहुत जल्द शुरू होगा। श्री शांता कुमार ने कहा कि सभी इच्छुक गणमान्य लोगों से अनुरोध है कि विश्रांति की वेबसाइट पर जाकर जल्द से जल्द अपना पंजीकरण कराएं और ट्रस्ट को अपनी सेवा का मौका दें।