-अक्षत सरोत्री
मध्य प्रदेश के सीधी (Sidhi accident) में हुए सड़क हादसे में मरने वालों की संख्या 47 हो गई है। सीधी जिले में रामपुर नैकिन थाना क्षेत्र में यात्रियों से भरी एक बस सुबह पुल से नहर में गिर गई। हादसा सुबह करीब साढ़े आठ बजे हुआ। रााष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह समते कई नेताओं ने इस हादसे पर संवेदना जाहिर की। इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बचाव कार्य अब समाप्त हो गया। 24 पुरुष, 20 महिलाएं और एक बच्चे के शव को हम निकाल चुके हैं। नहर में बांध के पानी को आने से बंद किया गया फिर बस निकाली गई। अब तक बस का अनियंत्रित होना ही हादसे का कारण लग रहा है।
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प्रधानमंत्री ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी बस दुर्घटना (Sidhi accident) को लेकर शोक जताया और हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने को मंजूरी दी। उनके कार्यालय ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मध्य प्रदेश के सीधी में बस दुर्घटना में मारे गये लोगों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये की अनुग्रह राशि मंजूर की है। गंभीर रूप से घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।’’
हादसे के समय ज्यादातर लोग थे नींद में
राहत और बचाव दल बाकी के (Sidhi accident) लोगों को ढूंढने में लगा है। बस हादसे में मरने वालों में छात्रों से लेकर बुर्जुग तक सभी शामिल हैं। 7 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। दरअसल, जिस समय यह हादसा हुआ, उस समय बस में ज्यादातर लोग सो रहे थे और नहर में पानी ज्यादा होने के कारण पानी का बहाव भी काफी ज्यादा था। लिहाजा यात्रियों को संभलने का कोई मौका ही नहीं मिला। नहर वाला रास्ता बस के हिसाब से बहुत छोटा है और यही कारण रहा कि ड्राइवर यात्रियों से ओवर लोडेड बस को इस रास्ते पर संभाल नहीं पाया और बस अनियंत्रित होकर नहर में जा गिरी। हालांकि बस के नहर में गिरने के बाद बस ड्राइवर तैरकर बस से बाहर आ गया था जिसके बाद उसे हिरासत में ले लिया गया है।