प्रेग्नेंसी के दौरान सही खान-पान और देखभाल बहुत जरूरी होती है. प्रेग्नेंसी के दौरान आपका खुश रहना आपके पेट में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य के लिए बेहतर होगा. क्योंकि आपका अत्यधिक तनाव बच्चे में कई तरह की परेशानियां पैदा कर सकता है. यदि कोई प्रग्नेंट महिला तनाव आदि की स्थिति से गुजर रही है तो उसके बच्चे पर भी गलत प्रभाव पड़ने का खतरा रहता है.
प्रेग्नेंसी के दौरान तनाव का प्रभाव वास्तव में माता और शिशु दोनों पर होता है। निम्नलिखित कुछ परेशानियां और इसके कारण बताए गए हैं:
- हार्ट की परेशानी: प्रेग्नेंट महिलाओं में अधिक तनाव लेने के कारण उच्च रक्तचाप और ह्रदय संबंधी रोगों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए खुद को तनाव से दूर रखना महत्वपूर्ण है।
- बिफोर डिलीवरी: गर्भावस्था में तनाव के कारण प्रसव के पहले समय परेशानियां बढ़ सकती हैं। इसलिए आपको अपना बेहतर ख्याल रखना चाहिए और तनाव कम करने के उपाय अपनाने चाहिए।
- सामान्य से कम वजन: अधिक तनाव लेने के कारण गर्भ में पल रहे शिशु का वजन सामान्य से कम हो सकता है। इसलिए तनाव को नियंत्रित करना और अपना ख्याल रखना महत्वपूर्ण है ताकि शिशु का स्वास्थ्य पूरी तरह से बना रहे।
- एडीएचडी का खतरा: तनाव लेने के कारण प्रेग्नेंट महिलाओं के बच्चे में ADHD (एटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) जैसी समस्या हो सकती है। यह तनाव के चलते होने वाली समस्या है जो शिशु के विकास पर असर डाल सकती है। इसलिए तनाव को कम करने के लिए सकारात्मक मानसिक स्थिति बनाना आवश्यक है।
आपको तनाव से छुटकारा पाने के लिए निम्नलिखित उपाय आजमा सकते हैं:
- व्यायाम करें: योग और ध्यान जैसे व्यायाम करना तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।
- अपनी दिनचर्या में समय निर्धारित करें: समय के मामले में संयम रखना और समय पर आराम करना तनाव को कम कर सकता है।
- संतुलित आहार: स्वस्थ और पौष्टिक आहार लेना तनाव से लड़ने के लिए महत्वपूर्ण है। आपको हरे पत्तेदार सब्जियां, फल, अनाज, और पर्याप्त पानी पीना चाहिए।
- समर्पण और मनोयोग: आपको तनाव को संभालने के लिए समर्पण और मनोयोग के तरीके अपनाने चाहिए। योग और मेडिटेशन इसमें मदद कर सकते हैं।
- सोने की अच्छी आदत: पर्याप्त और नियमित नींद लेना तनाव को कम करने में मदद कर सकता है।
यदि आप तनाव और प्रेग्नेंसी के बारे में अधिक जानकारी चाहते हैं, तो एक गायनोलॉजिस्ट की सलाह लेना सराहनीय होगा।