SUNITA DUGGAL, 20 फरवरी(वार्ता)- हरियाणा में सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल ने सूक्ष्म सिंचाई विधि पर आधारित खेती करने पर किसानों को प्रेरित करते हुए कहा कि किसान सूक्ष्म सिंचाई विधि अपना कर न केवल अपनी फसल की पैदावार बढ़ा सकते हैं, बल्कि जल संरक्षण मुहिम में भी अपना योगदान दे सकते हैं। दुग्गल फल उत्कृष्टता केंद्र मांगेआना में आयोजित दो दिवसीय फल एक्सपो का शुभारंभ करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर उद्यान विभाग के महानिदेशक डा. अर्जुन सिंह सैनी ने भी शिरकत की।
इस प्रदर्शनी में किसानों व महिलाओं उद्यमियों ने बढ़चढ़कर भाग लिया। सांसद दुग्गल ने सूक्ष्म सिंचाई विधि पर आधारित खेती करने पर किसानों को प्रेरित करते हुए कहा कि किसान सूक्ष्म सिंचाई विधि अपना कर न केवल अपनी फसल की पैदावार बढ़ा सकते हैं, बल्कि जल संरक्षण मुहिम में अपना योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म सिंचाई अपनाने से फसलों की गुणवत्ता बेहतर होती है जिससे किसानों की आमदनी में भी इजाफा होता है, जो किसान सूक्ष्म सिंचाई विधि अपनाकर अच्छी फसल ले रहे हैं वे दूसरों को भी इसका फायदा बताएं और सूक्ष्म सिंचाई विधि अपनाने के लिए प्रोत्साहित करें।
SUNITA DUGGAL: सूक्ष्म सिंचाई विधि से फसल की गुणवत्ता के साथ-साथ बढ़ता है उत्पादन
केंद्र व प्रदेश सरकार द्वारा किसान हित व सूक्ष्म सिंचाई विधि के लिए किसानों को प्रेरित करने के लिए कई कारगर योजनाएं क्रियान्वित की गई, किसान इन योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डा. अर्जुन सिंह सैनी ने किसानों को एफपीओ बनाने के लिए प्रेरित किया और इस अवसर पर उद्यान अधीक्षक डा. सत्यवीर शर्मा, जिला उद्यान अधिकारी डा. पुष्पिंदर, विषय वस्तु विशेषज्ञ डा. जितेंद्र मोंगिया, डॉ सुरेंद्र सिहाग, डा. सुनील कुमार, डा. गौरव कांत, डी रिंकू ने विभिन्न बिंदुओं पर बागवानी फसलों की जानकारी दी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डा. अर्जुन सिंह सैनी ने किसानों को एफपीओ बनाने के लिए प्रेरित किया
उक्त कार्यक्रम में सेवानिवृत वैज्ञानिक डा. एमके कॉल, सीसीएस एचएयू हिसार के सहायक प्रोफेसर डा. प्रिंस द्वारा किन्नू उत्पादन, बीमारियों तथा काश्त के बारे में विस्तार रूप से बताया गया। इस अवसर पर जिला सिरसा और फतेहाबाद के किन्नू उत्पादक किसानों को किन्नू रत्न एवं किन्नू सम्मान से 10 किसानों को नवाजा गया। इसमें किन्नू रत्न के पुरस्कार के तहत 11 हजार रुपये तथा किन्नी सम्मान में 5100 रुपये किसानों को डीबीटी के माध्यम से प्रदान किए जाएंगे। इस अवसर पर किसानों को मौके केंद्र पर फील्ड का भ्रमण करवाते हुए विभिन्न फसलों की जानकारी दी गई।
इसमें केंद्र पर अपनाई जा रही नींबू वर्गीय, अनार, अमरूद, खजूर जैतून आडू नाशपाती की आधुनिक उत्पादन तकनीक, विभिन्न फसलों में सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली की तकनीक, गुणवत्तापूर्ण उत्पादन के साथ दो फसलों की उत्पादकता बढ़ाने की तकनीक, कृषक समुदाय की आय में वृद्धि करने बारे एक्सपो में आए किसानों को जानकारी उपलब्ध करवाई गई। इस मौके पर विभिन्न एफपीओ मशीनरी बागवानी, कृषि और नर्सरियों से सम्बंधित विभिन्न उत्पादों की 21 स्टाल लगाई गई।