-अक्षत सरोत्री
पाकिस्तान अपनी नापाक (Terrorist attack) हरकतों के सबूत समय-समय पर देता रहता है। आज कश्मीर में कई देशों के राजदूत दौरा करने आए हुए हैं। ऐसे समय पर पाकिस्तान की पूरी कोशिश थी कि सभी को एहसास करवाया जाए की कश्मीर में भारत शान्ति कायम करने में नाकाम है। इसी को देखते हुए श्रीनगर में डल झील के पास आतंकी हमला हुआ है, जिसमें मशहूर ढाबे के मालिक का बेटा आकाश कुमार मेहरा बुरी तरह से घायल हो गया है।
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विदेशी राजनयिकों का प्रतिनिधिमंडल स्थिति का ले रहा था जाएजा
आतंकी हमला (Terrorist attack) उस वक्त हुआ जब विदेशी राजनयिकों का प्रतिनिधिमंडल कश्मीर में लोकतंत्र की स्थिति पर जायजा लेने आया हुआ है। प्रतिनिधि मंडल हमले से महज एक किमी दूरी पर है। मुस्लिम जांबाज फोर्स जे एंड के ने हमले की जिम्मेदारी ली है। वहीं, सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभाल लिया है, इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
यूरोपीय संघ का दौरा है कश्मीर में
बता दें कि जम्मू कश्मीर (Terrorist attack) में एक बार फिर यूरोपीय संघ का एक प्रतिनिधि समूह टूर पहुंचा है। यूरोप और अफ्रीका के करीब 20 राजनयिकों की टीम बुधवार को यहां पहुंची। दो दिवसीय दौरे के दौरान यूरोपीय संघ का यह दल 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के विकास कार्यों के बारे में जानकारी हासिल कर रहा है। बताया जा रहा है कि यूरोपीय संघ का डेलीगेशन जमीनी स्तर पर लोकतंत्र की स्थिति का जायजा ले रहा और डीडीसी के नव-निर्वाचित सदस्यों, कुछ प्रमुख नागरिकों और प्रशासनिक सचिवों के साथ बैठक भी करेगा।
इन देशों के राजदूत हैं दौरे पर
यूरोपीय संघ के इस दौरे (Terrorist attack) पर सियासत शुरू हो गई है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार कश्मीर मसले का अंतरराष्ट्रीयकरण कर रही है। जम्मू-कश्मीर पहुंचे राजनयिकों के डेलीगेशन में ब्राजील, क्यूबा, एस्टोनिया, फिनलैंड, ताजिकिस्तान, फ्रांस, आयरलैंड, नीदरलैंड, पुर्तगाल, यूरोपीय संघ, बांग्लादेश, मलावी, एरिट्रिया, कोटे डी आइवर, घाना, सेजल, स्वेदान, इटली, मलेशिया, बोलीविया, बेल्जियम और किर्गिस्तान के दूत शामिल हैं।